
भारत में एक नई वेबसाइट ProxyEarth सामने आई है, जो सिर्फ एक मोबाइल नंबर डालने मात्र से किसी भी व्यक्ति की लाइव लोकेशन, नाम, पता, पिता का नाम और अन्य पर्सनल डिटेल्स दिखा सकती है। इसे एक राकेश नाम के व्यक्ति ने बनाया है। विशेषज्ञों के अनुसार यह घटना टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर की कमजोरियों को उजागर करती है।
कैसे काम करती है वेबसाइट?
ProxyEarth पर केवल मोबाइल नंबर डालना होता है। इसके बाद यह वेबसाइट टेलीकॉम रिकॉर्ड और कभी-कभी टेलीकॉम टावरों से ट्रायंगुलेशन डेटा का इस्तेमाल करके यूजर की लाइव लोकेशन और अन्य निजी जानकारी निकाल देती है।
- नाम, पिता का नाम, पता, वैकल्पिक नंबर और ईमेल आईडी जैसी जानकारी उपलब्ध हो जाती है।
- कुछ मामलों में यूजर की रियल टाइम लोकेशन भी पता चल जाती है।
वेबसाइट बनाने वाले राकेश का दावा
राकेश खुद को प्रोग्रामर और वीडियो एडिटर बताते हैं। उनका कहना है कि ProxyEarth केवल वही डेटा दिखाता है जो पहले से ही इंटरनेट पर लीक हो चुका था। राकेश ने कहा कि वह इस प्लेटफॉर्म का उपयोग अपने अन्य प्रोडक्ट्स का विज्ञापन करने और ट्रैफिक बढ़ाने के लिए कर रहे हैं।
प्राइवेसी और सुरक्षा को खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह की वेबसाइटें बड़े वित्तीय घोटालों और साइबर अपराध के लिए खतरा बन सकती हैं। जब किसी व्यक्ति का पिता का नाम, पता या अन्य पर्सनल डिटेल्स सार्वजनिक हो जाए, तो उसकी प्राइवेसी पूरी तरह खतरे में पड़ जाती है।
- ProxyEarth लगभग एक हफ्ते से लाइव है और अभी भी इंटरनेट पर उपलब्ध है।
- लोग अपनी निजी जानकारी शेयर करते समय अधिक सतर्क रहें।
- टेलीकॉम कंपनियों को अपने सिस्टम की सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत है।
सुझाव:
- किसी अनजान वेबसाइट पर अपना मोबाइल नंबर न डालें।
- निजी जानकारी केवल विश्वसनीय स्रोतों पर ही शेयर करें।
- टेलीकॉम कंपनियों से डेटा सुरक्षा के बारे में जानकारी लें।
निष्कर्ष: ProxyEarth जैसी वेबसाइटें लोगों की प्राइवेसी के लिए सीधा खतरा हैं। सावधानी ही सुरक्षा की पहली शर्त है।