
मऊ, उत्तर प्रदेश। घोसी सांसद राजीव राय ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान मतदाता सूची से जुड़े गंभीर आरोप और चेतावनी जारी की है। उन्होंने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाया कि BLO (बेसिक लेवल ऑफिसर) अपने गांवों में समय पर नहीं पहुंच रहे और SIR फॉर्म उपलब्ध नहीं करवा रहे।
मतदाता सूची पर सांसद का आरोप
राजीव राय ने पत्र लिखकर जिलाधिकारी मऊ को बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश अशिक्षित, वंचित और मजदूर वर्ग के लोगों को जल्दी ऑनलाइन करने के लिए दबाव बनाकर फॉर्म भरा जा रहा है, जो लोकतंत्र के हित में उचित नहीं है। सांसद ने कहा कि SIR के नाम पर लोकतंत्र का चीरहरण किया जा रहा है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “हम बिहार वाली गलती नहीं दोहराएंगे। अगर हमारे एक भी मतदाता का नाम काटा गया तो हम चुप नहीं बैठेंगे। परिणाम बहुत भयंकर होंगे।”
अधिकारियों की मजबूरी
सांसद ने यह भी कहा कि अधिकारी दबाव में हैं और उनके पास पर्याप्त मैनपावर और संसाधन नहीं हैं। इस कारण अब तक जो डेटा मिला है, उसमें कई गलतियां हैं। मऊ में कुल 17 लाख मतदाता हैं, जिनमें से अब तक सिर्फ 1 लाख मतदाताओं की सूची ऑनलाइन की जा सकी है। 16 लाख मतदाता अभी शेष हैं, जबकि SIR की अंतिम तिथि 4 दिसंबर है।
राजीव राय ने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाया कि बिहार में जो खेल हुआ था, वही उत्तर प्रदेश में दोहराने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे किसी हाल में होने नहीं दिया जाएगा।
सांसद का संदेश
सांसद ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रशासन और चुनाव आयोग से अपील की कि सभी मतदाताओं की सूची सही और समय पर अपडेट की जाए, ताकि लोकतंत्र सुरक्षित रह सके।
इस प्रकार, घोसी सांसद ने SIR के काम में हड़बड़ी और गलतियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और चेतावनी दी है कि किसी भी मतदाता के नाम के काटने पर कड़ा परिणाम भुगतना पड़ेगा।