
कोलकाता/दिल्ली: लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट की जांच अब पश्चिम बंगाल तक पहुँच गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकी संगठनों से जुड़े तीन आरोपियों— तानिया परवीन, सैयद इदरीश उर्फ मुन्ना और साबिर अहमद—को अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। तीनों पर UAPA के तहत अलग-अलग मामलों में कार्रवाई हुई है और वे बंगाल की जेलों में बंद थे।
कौन हैं NIA के शिकंजे में आए तीन आरोपी?
1. तानिया परवीन — महिला हैंडलर, 20 विदेशी ग्रुपों से जुड़ी
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े मॉड्यूल में सक्रिय रही तानिया परवीन को मार्च 2020 में गिरफ्तार किया गया था।
- कोलकाता के मौलाना आज़ाद कॉलेज की छात्रा
- पाकिस्तान नंबर के जरिए ईरान, इराक, ट्यूनीशिया के 20 व्हाट्सऐप ग्रुप में सक्रिय
- मौलाना मसूद अज़हर की बहन सईदा अज़हर के निर्देशों पर काम करने का आरोप
- ऑनलाइन भर्ती और कट्टरपंथ फैलाने में बड़ी भूमिका
फिलहाल वह अलीपुर महिला सुधार गृह में बंद थी, जिसे अब NIA ने अपने कब्जे में लिया है।
2. सैयद इदरीश उर्फ मुन्ना — सोशल मीडिया से युवाओं को भर्ती करने वाला एजेंट
2020 में गिरफ्तार लश्कर एजेंट इदरीश सोशल मीडिया के ज़रिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और स्लीपर सेल खड़ा करने में लगा था।
- दमदम सेंट्रल जेल में बंद
- पाकिस्तान में बैठे हैंडलरों से संचालित सोशल मीडिया ग्रुपों का सदस्य
- जिहादियों के लिए फंड जुटाने का भी आरोप
NIA इस बात की जांच कर रही है कि कहीं उसकी भूमिका दिल्ली ब्लास्ट से भी न जुड़ी हो।
3. साबिर अहमद — ड्रग्स केस में बंद, भाई पर भी शिकंजा
नदिया जिले के पलाशीपारा का निवासी साबिर अहमद फिलहाल ड्रग्स केस में प्रेसीडेंसी जेल में बंद है।
- NIA उसके आतंकी नेटवर्क से संबंधों की जांच कर रही
- उसके भाई फैसल अहमद को STF ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है
- एजेंसी को शक है कि साबिर आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा हो सकता है
जांच में बड़ा खुलासा — हवाला के जरिए आया था पैसा
सूत्रों के मुताबिक,
- जैश-ए-मोहम्मद ने हवाला के ज़रिए 20 लाख रुपये संदिग्ध डॉक्टरों और मॉड्यूल के अन्य सदस्यों तक पहुँचाए।
- फरीदाबाद में पकड़े गए मुजम्मिल ने बताया कि यह रकम आतंकी गतिविधियाँ चलाने के लिए दी गई थी।
- ब्लास्ट में मारे गए आतंकी उमर को भी फंडिंग होने की पुष्टि हो रही है।
दिल्ली ब्लास्ट: अब तक की सबसे बड़ी कड़ी
10 नवंबर को लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट में
- 12 लोगों की मौत
- कई लोग घायल
- व्यस्त ट्रैफिक के चलते नुकसान ज्यादा हुआ
केंद्र सरकार ने इसे आतंकी हमला घोषित किया है। इसके बाद से NIA लगातार मल्टी-स्टेट ऑपरेशन चला रही है।