
अहमदाबाद/भावनगर: गुजरात के भावनगर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 10 दिन से लापता चल रहे फॉरेस्ट अधिकारी की पत्नी और दो बच्चों की लाश घर के पास एक खेत से जमीन खोदकर बरामद की गई है। तीनों शवों का खेत में दफन होना इस मामले को और अधिक संदिग्ध बना देता है। पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानते हुए जांच तेज कर दी है और फॉरेस्ट अधिकारी को मुख्य संदिग्ध मानकर पूछताछ कर रही है।
शिकायत दर्ज करवाने वाला पति ही जांच के घेरे में
भावनगर जिले के भरतनगर थाने में तैनात सहायक वन संरक्षण अधिकारी शैलेश खंभला ने 7 नवंबर को अपनी पत्नी नयना (42), 13 वर्षीया बेटी और 9 वर्षीय बेटे के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
परिवार मूल रूप से सूरत में रहता था और छुट्टियों के दौरान खंभला के सरकारी क्वार्टर में ठहरा हुआ था।
भावनगर के पुलिस अधीक्षक नितेश पांडे ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि जिस क्वार्टर में परिवार रह रहा था, उसके बगल में हाल ही में खुदाई के निशान मिले। आसपास के लोगों से पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण के बाद पुलिस की शंका और गहरी हो गई।
खेत में मिलीं तीनों की लाशें
पुलिस टीम ने सोमवार को कार्यकारी मजिस्ट्रेट, फोरेंसिक विशेषज्ञों और पंच गवाहों की मौजूदगी में मौके का निरीक्षण किया।
खुदाई करवाने पर मिट्टी में दबे तीनों शव बरामद हुए। परिवार के सदस्यों ने शवों की पहचान नयना और उनके दोनों बच्चों के रूप में की।
शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस हत्या की आशंका के बीच कई पहलुओं से जांच कर रही है।
क्या था हत्या का मकसद?
पुलिस का कहना है कि तीनों की हत्या कैसे और क्यों हुई, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
फॉरेस्ट अधिकारी शैलेश खंभला से लगातार पूछताछ की जा रही है और उन्हें मुख्य संदिग्ध माना जा रहा है।
पूरे परिवार के एक साथ गायब होने और फिर क्वार्टर के पास ही जमीन में दफन मिलने से इस मामले ने जिले में सनसनी फैला दी है।