Wednesday, December 3

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राजस्थान राजनीति में गरमाहट: अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर साधा निशाना
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राजस्थान राजनीति में गरमाहट: अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर साधा निशाना

जयपुर: अंता विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान की सियासत में फिर गरमाहट देखी जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को भजनलाल सरकार पर कड़ी टिप्पणियां कीं और कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। गहलोत ने मुख्यमंत्री के दशहरा मेले में दिए गए भाषण और जयपुर डंपर हादसे पर भी सवाल उठाए। 🔹 ‘शायद सीएम की भी कोई सुनता है या नहीं’ गहलोत ने अपने निवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मुझे तो कभी-कभी संदेह होता है कि सीएम की भी कोई सुनता है। मंत्री तक परेशान हैं कि उनकी सेक्रेटरी उनकी बात नहीं सुनते। भाजपा विधायक कहते हैं कि हमारी तो कोई चलती ही नहीं। ऐसे में प्रदेश में क्या हो रहा है, यह समझा जा सकता है। ऐसा लगता है, सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है।" 🔹 भजनलाल के दशहरा भाषण पर तीखा तंज पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम भजनलाल शर्मा के कोटा में दिए गए भाषण का हवाला देते हु...
ओवैसी का पलटवार: ‘बिहार में 2004 के बाद RJD ने खुद के दम पर सरकार नहीं बनाई’, बोले AIMIM मुद्दों पर चुनाव लड़ रही
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ओवैसी का पलटवार: ‘बिहार में 2004 के बाद RJD ने खुद के दम पर सरकार नहीं बनाई’, बोले AIMIM मुद्दों पर चुनाव लड़ रही

किशनगंज (विशेष संवाददाता): बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दो दिन बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने विपक्षी आरोपों का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि AIMIM किसी वोट कटवा पार्टी की तरह नहीं है और उनकी पार्टी जनता के अधिकार और मुद्दों के लिए चुनाव लड़ रही है। 🔹 RJD पर तंज ओवैसी ने बिहार के महागठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा, “2004 के बाद से राजद (RJD) ने बिहार में खुद के दम पर सरकार नहीं बनाई है। विपक्षी दलों को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले आत्मचिंतन करना चाहिए।” 🔹 BJP और सीमांचल पर टिप्पणी ओवैसी ने सीमांचल क्षेत्र में माइग्रेशन और विकास को लेकर कहा, “क्या यहां सोने की खान मिल गई है? ऐसा लगता है जैसे लोग इसलिए आ रहे हैं क्योंकि तेल या खनिज भंडार हैं। भाजपा वाले घुसपैठ को लेकर सीमांचल को बदनाम कर रहे हैं। बंटवारे के समय मुसलमा...
बिहार चुनाव में चमकी 35 साल पुरानी दोस्ती — प्राणपुर में आफताब-कंचन की ‘कमाल की कहानी’ बनी चर्चा का विषय
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बिहार चुनाव में चमकी 35 साल पुरानी दोस्ती — प्राणपुर में आफताब-कंचन की ‘कमाल की कहानी’ बनी चर्चा का विषय

कटिहार। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सीमांचल के राजनीतिक माहौल में जहां अक्सर सांप्रदायिक समीकरणों की चर्चा होती है, वहीं प्राणपुर विधानसभा से एक ऐसी दोस्ती सुर्खियों में है जो इन दीवारों को तोड़ती दिख रही है। एआईएमआईएम उम्मीदवार आफताब आलम और उनके मित्र कंचन दास की 35 साल पुरानी दोस्ती आज चुनावी मैदान में भी नई मिसाल पेश कर रही है। एक ही छत के नीचे रहते हैं दोनों परिवारआफताब और कंचन की यह दोस्ती सिर्फ मोहल्ले या राजनीति तक सीमित नहीं है। दोनों परिवार करीब तीन दशकों से एक ही छत के नीचे रहते हैं। जब आफताब नीले रंग का कुर्ता पहनते हैं, तो कंचन भी वही रंग पहनते हैं। अगर कंचन गुलाबी पोशाक में हों, तो आफताब भी उसी रंग में नजर आते हैं। यह मेल सिर्फ कपड़ों में नहीं, बल्कि दिलों में भी झलकता है। दोस्ती नहीं, एक परिवार की तरह रिश्ताअब जब आफताब आलम प्राणपुर से एआईएमआईएम प्रत्याशी के रूप में चुना...
ईवीएम का वीडियो बनाना पड़ा भारी: बिहार में चार लोगों पर एफआईआर, चुनाव आयोग की सख्त कार्रवाई
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ईवीएम का वीडियो बनाना पड़ा भारी: बिहार में चार लोगों पर एफआईआर, चुनाव आयोग की सख्त कार्रवाई

मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल से वोटिंग रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल किया वीडियो, आरा, गोपालगंज और सारण जिलों में दर्ज हुई प्राथमिकीबिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुछ मतदाताओं द्वारा ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर वोट डालते समय वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा करने का मामला सामने आया है। इस गंभीर उल्लंघन पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। अधिकारियों के मुताबिक, ये मामले आरा, गोपालगंज और सारण जिलों में दर्ज किए गए हैं — गोपालगंज में दो लोगों पर, जबकि आरा और सारण में एक-एक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया गया है। कानूनी उल्लंघन और जांच शुरूपुलिस ने बताया कि मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल फोन ले जाना और ईवीएम की रिकॉर्डिंग करना चुनाव आचार संहिता एवं निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है। इसके साथ ही यह सरकारी कार्यों में बाधा डालने और विधि-व...
रक्षा मंत्री बोले – पार्टी में कोई अंदरूनी कलह नहीं, नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA बनाएगी सरकार
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रक्षा मंत्री बोले – पार्टी में कोई अंदरूनी कलह नहीं, नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA बनाएगी सरकार

मुख्य खबर:भारतीय जनता पार्टी को जल्द ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक टीवी इंटरव्यू में साफ किया कि बिहार विधानसभा चुनाव के समाप्त होने के बाद पार्टी के नए अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी में किसी प्रकार की अंदरूनी कलह नहीं है और संगठन पूरी मजबूती से काम कर रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि “पार्टी में नेतृत्व चयन की प्रक्रिया सुव्यवस्थित है। हर निर्णय परिपक्वता और संगठनात्मक अनुशासन के साथ लिया जाता है।" उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर भी टिप्पणी की और कहा कि “RSS पार्टी के राजनीतिक निर्णयों में दखल नहीं देता, बल्कि देशभक्ति और राष्ट्र निर्माण की भावना को मजबूत करता है।” बिहार चुनाव पर भरोसा जतायारक्षा मंत्री ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए (NDA) की जीत का भरोसा जताते हुए कहा कि जनता का ...
बिहार चुनाव 2025: “कट्टा या कानून?” — नरेन्द्र मोदी ने ‘अंतिम ओवरों’ में बदला खेल का रंग!
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बिहार चुनाव 2025: “कट्टा या कानून?” — नरेन्द्र मोदी ने ‘अंतिम ओवरों’ में बदला खेल का रंग!

पटना/नई दिल्ली।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अपने निर्णायक मोड़ पर है। चुनावी मैदान में एक ओर जंगलराज की यादें हैं, तो दूसरी ओर विकास और सुशासन का दावा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अब चुनावी रणनीति की आखिरी पारी में ‘कट्टा या कानून’ के सवाल के साथ पूरा नैरेटिव बदल दिया है। 🔥 “कट्टा या कानून”— चुनाव का नया मंत्र भाजपा ने इस बार अपने प्रचार को एक ही मुद्दे पर केंद्रित किया है — “कट्टा या कानून?”प्रधानमंत्री मोदी ने औरंगाबाद की सभा में कहा — “राजद के समर्थक कह रहे हैं कि अगर भैया (तेजस्वी) की सरकार बनी, तो कट्टा, दोनाली और फिरौती का दौर लौट आएगा। जनता को तय करना है कि उसे कानून चाहिए या कट्टा संस्कृति।” गृह मंत्री अमित शाह ने भी जमुई की सभा में तंज कसते हुए कहा — “अगर तेजस्वी जीतते हैं, तो वे अपहरण का नया विभाग खोल देंगे। बिहार अब विकास की पटरी पर है, हम...
कट्टरपंथियों को बढ़ावा, हिंदुओं पर हिंसा…शेख हसीना ने उजागर किए यूनुस सरकार के काले कारनामे
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कट्टरपंथियों को बढ़ावा, हिंदुओं पर हिंसा…शेख हसीना ने उजागर किए यूनुस सरकार के काले कारनामे

नई दिल्ली: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत को हमेशा का पक्का मित्र बताते हुए मौजूदा मोहम्मद यूनुस सरकार पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यूनुस सरकार में कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा मिलने से भारत-बांग्लादेश के रिश्तों पर खतरा मंडरा रहा है। शेख हसीना वर्तमान में निर्वासित जीवन जी रही हैं। उन्होंने ई-मेल के माध्यम से हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में बताया कि उनकी सरकार ने देश में कट्टरपंथी इस्लाम के फैलाव को रोकने के लिए कठिन प्रयास किए थे। लेकिन मौजूदा सरकार में अल्पसंख्यकों और महिलाओं के अधिकारों की लगातार अनदेखी की जा रही है। कट्टरपंथियों के हाथ में बांग्लादेश शेख हसीना ने कहा, "आज बांग्लादेश अल्पसंख्यकों और महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। कट्टरपंथी तत्वों के हावी होने और धार्मिक असहिष्णुता के बढ़ने से लाखों सामान्य बांग्लादेशी अपने घरों में डर के साए में जी रहे...
बिहार के सीमांचल में ‘बांग्लादेशी मुसलमान’ का सियासी मुद्दा, चुनाव से पहले ध्रुवीकरण की कोशिश
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बिहार के सीमांचल में ‘बांग्लादेशी मुसलमान’ का सियासी मुद्दा, चुनाव से पहले ध्रुवीकरण की कोशिश

पटना: बिहार के चुनावी माहौल में सीमांचल और कोसी क्षेत्र की राजनीति में मुसलमान समुदाय को लेकर सियासी तूफान उठ गया है। भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं ने सीमांचल में बसे मुसलमानों को ‘घुसपैठिया’ कहकर चुनावी मुद्दा बनाया है। दरअसल, इन मुसलमानों में से कुछ खुद को ‘शेरशाहाबादी मुस्लिम’ बताते हैं। ये लोग मूलतः पश्चिम बंगाल के हैं, बांग्ला बोलते हैं और ऐतिहासिक रूप से शेरशाह सूरी से अपने संबंध का दावा करते हैं। वहीं, क्षेत्रीय मुस्लिम समुदाय, जिन्हें स्थानीय लोग ‘देसी मुस्लिम’ कहते हैं, मुख्य रूप से सुरजापुरी और कुल्हैया बोलते हैं। शेरशाहाबादी vs देसी मुस्लिम सीमांचल के स्थानीय मुस्लिम समुदाय सुरजापुरी और कुल्हैया मुस्लिमों में बंटे हैं। सुरजापुरी आबादी सबसे बड़ी है और किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार की कई विधानसभा सीटों में निर्णायक भूमिका निभाती है। शेरशाहाबादी मुस्लिम उर्दू-बंगाली मि...
बिहार चुनाव 2025: बंपर वोटिंग से खुश हुए प्रशांत किशोर, बोले- जनता ने नया विकल्प अपनाया
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बिहार चुनाव 2025: बंपर वोटिंग से खुश हुए प्रशांत किशोर, बोले- जनता ने नया विकल्प अपनाया

गया: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में 6 नवंबर को हुई बंपर वोटिंग ने जन सुराज पार्टी के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को बेहद खुश कर दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और उनके पास जनसुराज के रूप में एक नया विकल्प मौजूद है। मीडिया से बातचीत में प्रशांत किशोर ने बताया कि भारी मतदान इस बात का सबूत है कि जनता नए विकल्प के प्रति उत्साहित है। उन्होंने कहा, "बीते वर्षों में लोग भाजपा के डर से नीतीश-भाजपा को वोट देने के लिए मजबूर थे, लेकिन अब जनता के पास एक नया विकल्प है। यही कारण है कि इतने बड़े पैमाने पर मतदान हुआ।" प्रवासी मजदूर बने इस चुनाव का X फैक्टर प्रशांत किशोर ने कहा कि बढ़ा हुआ मतदान प्रतिशत और प्रवासी मजदूरों की सक्रिय भागीदारी इस चुनाव के X फैक्टर हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार में पहली बार 60 प्रतिशत से अधिक जनता बदलाव चाहती है ...
बिहार चुनाव 2025: दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को, जानिए जिला और सीटवार डिटेल्स
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बिहार चुनाव 2025: दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को, जानिए जिला और सीटवार डिटेल्स

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब दूसरे चरण की बारी है। 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी और इसके बाद नई सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। पहले चरण में 64.66 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले थे, जो एक रिकॉर्ड था। इस बार भी दूसरे चरण में भारी मतदान की संभावना है। बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या 7.42 करोड़ है, जिनमें पुरुष मतदाता 3.92 करोड़ और महिला मतदाता 3.50 करोड़ हैं। दूसरे चरण में मतदान होने वाले जिले और सीटें गया (10 सीटें): बेलागंज, गया टाउन, बोधगया, टिकारी, शेरघाटी, बाराचट्टी (SC), अतरी, इमामगंज (SC), गुरुवा, वजीरगंज कैमूर (4 सीटें): चैनपुर, मोहनिया, भभुआ, रामगढ़ रोहतास (7 सीटें): नोखा, डेहरी, काराकाट, करगहर, सासाराम, चेनारी, दिनारा औरंगाबाद (6 सीटें): गोह, ओबरा, नवीनगर, कुटुम्बा (SC), औरंगाबा...