
अयोध्या। राम मंदिर के 500 वर्षों के संघर्ष, आंदोलन और उसके भव्य निर्माण की सम्पूर्ण गाथा को प्रस्तुत करने वाली महाग्रंथ जैसी डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग के साथ ही इसका आख़िरी चरण संपन्न हुआ। इस डॉक्यूमेंट्री का निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट करा रहा है, जिसकी जिम्मेदारी पुणे की एक प्रतिष्ठित टीवी सीरियल निर्माण कंपनी को दी गई है।
निर्माता व निर्देशक एकनाथ सतपुरकर ने बताया कि अब डॉक्यूमेंट्री के पोस्ट-प्रोडक्शन का काम अगले माह से शुरू होगा। इसमें संगीत, स्क्रिप्ट फाइनलाइजेशन, टाइटल ट्रैक, भजन और एडिटिंग सहित पूरी तकनीकी प्रक्रिया शामिल होगी, जिसे पूरा करने में करीब 5–6 महीने लग सकते हैं।
6 चैप्टर में होगी रिलीज, 12 टेराबाइट से अधिक डेटा शूट
निर्माता के अनुसार, फिल्म को 12 टेराबाइट से अधिक विशाल डेटा में शूट किया गया है। इसी कारण इसे 6 खंडों में रिलीज किया जाएगा, जिनमें हर चैप्टर राम मंदिर संघर्ष की एक खास परत को खोलता नजर आएगा—
- पहला चैप्टर: मंदिर का इतिहास
- दूसरा चैप्टर: राम मंदिर आंदोलन का विस्तृत विवरण
- तीसरा चैप्टर: लंबी कानूनी लड़ाई और न्यायिक प्रक्रिया
- चौथा चैप्टर: पुरातात्विक साक्ष्य और एएसआई की रिपोर्ट
- पांचवां चैप्टर: मंदिर निर्माण का तकनीकी दस्तावेज
- छठवां चैप्टर: रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा और ध्वजारोहण कार्यक्रम
170 प्रमुख हस्तियों के इंटरव्यू शामिल
डॉक्यूमेंट्री में देशभर की 170 विशिष्ट हस्तियों के विस्तृत इंटरव्यू जोड़े गए हैं। इनमें—
- संत-महंत
- कारसेवक
- पूर्व केंद्रीय मंत्री
- प्रख्यात पत्रकार
- राजनीति और आंदोलन से जुड़े प्रमुख चेहरे
शामिल हैं।
इनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, महंत नृत्य गोपाल दास, साध्वी उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, विनय कटियार आदि कई प्रमुख लोगों के विस्तृत साक्षात्कार दर्ज किए गए हैं।
कॉम्पैक्ट वर्ज़न भी आएगा
6 चैप्टरों के बाद डॉक्यूमेंट्री का एक कॉम्पैक्ट संस्करण भी तैयार किया जाएगा, जिसमें सभी चैप्टरों के मुख्य अंशों को एक ही कहानी की तरह प्रस्तुत किया जाएगा।
नामी संगीतकारों का मिलेगा सहयोग
फिल्म को भावनात्मक और प्रभावशाली बनाने के लिए देश के शीर्ष संगीतकारों, गायकों और साउंड डिजाइनरों का सहयोग लिया जाएगा, ताकि इसकी प्रस्तुति अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो सके।
डॉक्यूमेंट्री को अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में प्रस्तुत किया जाएगा, जिसे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में विकसित कर रहा है।