Thursday, December 4

On This Day 1977: 4 दिसंबर को जन्मे अजीत अगरकर – 4 लगातार गोल्डन डक और रोहित-कोहली को रिटायर कराने के आरोप

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के पूर्व ऑलराउंडर और वर्तमान चीफ सलेक्टर अजीत अगरकर का जन्म 4 दिसंबर, 1977 को मुंबई में हुआ था। अपने समय के दमदार ऑलराउंडर रहे अगरकर ने टीम इंडिया के लिए कई रिकॉर्ड बनाए, जिनमें कुछ अनोखे और यादगार भी हैं।

4 लगातार गोल्डन डक का रिकॉर्ड

अगरकर ने टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1999-2000 के दौरे में लगातार 7 पारी में खाता नहीं खोने का रिकॉर्ड बनाया। इसमें 4 लगातार गोल्डन डक भी शामिल हैं। हालांकि 2002 में इंग्लैंड दौरे पर लॉर्ड्स टेस्ट में उन्होंने अपना इकलौता शतक बनाया। वनडे में अगरकर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ महज 21 गेंद में फिफ्टी और 25 गेंद में 63 रन बनाकर अपनी बल्लेबाजी भी साबित की।

वनडे में सबसे तेज 50 विकेट का रिकॉर्ड

अगरकर ने सिर्फ 23 वनडे मैचों में 50 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया के डेनिस लिली का रिकॉर्ड तोड़ा। इसके अलावा उन्होंने 26 टेस्ट मैच में 58 विकेट और 571 रन बनाए, जबकि वनडे में 191 मैचों में 288 विकेट और 1269 रन हासिल किए। अजीत अगरकर 2007 टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम का भी हिस्सा रहे।

रोहित-कोहली के साथ विवाद

अजीत अगरकर के चीफ सलेक्टर रहते हुए टीम इंडिया में ट्रांजिशन नीति लागू की गई। इसके तहत पुराने दिग्गज खिलाड़ियों को हटाकर नए खिलाड़ियों को मौका देने की योजना थी। इसी दौरान रोहित शर्मा और विराट कोहली पर दबाव बना और उन्होंने क्रमशः टी20 और टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया। अगरकर की अगुआई वाली सलेक्शन कमेटी ने इंग्लैंड दौरे से पहले रोहित को हटाकर शुभमन गिल को कप्तानी देने की तैयारी भी की थी।

सचिन तेंदुलकर के शिष्य और घरेलू स्टार

अगरकर ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत रमाकांत आचरेकर की कोचिंग अकादमी से की थी। वे सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली जैसे सितारों के शिष्य रहे। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने तिहरा शतक भी बनाया और एक समय उन्हें फ्यूचर सचिन तेंदुलकर कहा जाता था।

अजीत अगरकर अपने खेल और प्रशासनिक भूमिका दोनों में ही क्रिकेट के लिए यादगार रहे हैं। उनके नाम दर्ज रिकॉर्ड और टीम इंडिया के साथ उनके फैसले आज भी क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बने हुए हैं।

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