Thursday, December 4

On This Day: वीरू ने तिहरे शतक से महज 7 रन पहले इतिहास रचने से चूक, फिर भी बना दिया रिकॉर्ड

नई दिल्ली | आज ही के दिन, 4 दिसंबर 2009 को भारतीय क्रिकेट के सबसे धमाकेदार ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ जबरदस्त बल्लेबाजी की थी। इस पारी में वीरू 293 रन बनाकर आउट हुए, जिससे वे तिहरे शतक से महज 7 रन दूर रह गए। अगर वे यह कारनामा कर पाते, तो क्रिकेट इतिहास में तीन बार 290+ रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन जाते, जो डॉन ब्रैडमैन और ब्रायन लारा जैसे दिग्गज भी नहीं कर पाए।

तीन तिहरे शतक का इतिहास छूते छूटे कदम

मुंबई टेस्ट में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए तिलकरत्ने दिलशान (109) और एंजेलो मैथ्यूज (99) की पारियों से 393 रन बनाए थे। मैच में भारत के लिए जीत या ड्रॉ की स्थिति थी, लेकिन वीरू ने पहले विकेट के लिए मुरली विजय (87) के साथ 227 रन जोड़कर विरोधियों की योजना बदल दी।

सहवाग ने अपनी पारी में 40 चौके और 7 छक्के लगाए और 254 गेंदों में 293 रन बनाए। उनका यह प्रदर्शन वनडे जैसी तेज़ रफ्तार वाली बल्लेबाजी का उदाहरण था। इसी पारी में वे भारत के लिए 290+ रन बनाने वाले पहले और इकलौते बल्लेबाज भी बन गए।

मुथैया मुरलीधरन ने रोका तिहरा शतक

सहवाग की पारी का अंत मुथैया मुरलीधरन के हाथों हुआ, जिन्होंने उन्हें कैच कराया। इस तरह वीरू तिहरे शतक से 7 रन दूर रह गए, लेकिन उनके रिकॉर्ड ने भारतीय क्रिकेट में नए मानक स्थापित किए।

टीम इंडिया की जीत और अन्य उपलब्धियां

भारत ने इस मैच में 9 विकेट पर 726 रन बनाकर पारी घोषित की। वीरू के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नॉटआउट 100 रन बनाए। श्रीलंका की दूसरी पारी में कप्तान कुमार संगकारा ने 137 रन बनाए, लेकिन टीम 309 रन पर आउट हो गई। भारत ने अंततः पारी के अंतर से मैच जीत लिया। यह मैच क्रिकेट इतिहास में दोनों टीमों के संयुक्त सबसे ज्यादा रन वाले मैचों में गिना जाता है।

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