Thursday, December 4

पटना चिड़ियाघर की बदलेगी तस्वीर हैदराबाद से आए ‘बुद्ध बांस’ सहित 37 नई पौधों की प्रजातियों से सजेगा उद्यान

पटना: पर्यटकों के अनुभव को और समृद्ध बनाने के लिए पटना चिड़ियाघर (संजय गांधी जैविक उद्यान) इन दिनों बड़े पैमाने पर सौंदर्यीकरण और भूनिर्माण कार्य से गुजर रहा है। करीब 15,000 वर्ग फुट क्षेत्र में किए जा रहे इस कार्य के तहत चिड़ियाघर को नया, आकर्षक और हरित स्वरूप देने की तैयारी है।

सबसे खास आकर्षण है हैदराबाद से लाया गया ‘बुद्ध बांस’ (Buddha Bamboo), जिसका इस्तेमाल फूलों की क्यारियों के बीच सजावटी माउंट बनाने के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा, जानवरों के बाड़ों के चारों ओर लगाए जा रहे सजावटी पौधे, मुख्य सड़क के किनारे बिछी कालीन घास और नए पौधों की क्यारियाँ पर्यटकों का स्वागत नए अंदाज़ में करेंगी।

प्रमुख सचिव के निर्देश पर तेजी से काम

चिड़ियाघर प्रबंधन के अनुसार, यह परियोजना प्रमुख सचिव आनंद किशोर के दिशा-निर्देश पर तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने पूरे परिसर में हरियाली बढ़ाने, खाली हिस्सों में पौधे लगाने और धूल प्रदूषण कम करने की सिफारिश की थी।

कुल 37 प्रजातियों के पौधे हैदराबाद और हाजीपुर से मंगाए गए हैं, जिनसे पूरा उद्यान और अधिक आकर्षक और पर्यावरण-अनुकूल बनेगा।

साकेत 50 स्थानों पर लगाए जा रहे सैकड़ों पौधे

चिड़ियाघर परिसर के 50 चयनित स्थानों पर कई सौ पौधे लगाए जा रहे हैं। इनमें शामिल हैं—

  • एक्विफा, एग्लोनिमा, एंथुरियम, अरालिया
  • ड्रैकेना की पाँच किस्में
  • गोल्डन बुश, कोलियस, हैविस्कस विक्ट्री
  • दो प्रकार की टर्फ: मैक्सिकन घास और सेलेक्शन वन घास

इन पौधों के साथ-साथ 30×10 वर्ग मीटर का नया संरचनात्मक क्षेत्र भी तैयार किया जा रहा है, जो उद्यान की सुंदरता को और बढ़ाएगा।

पर्यटकों को मिलेगा ‘ग्रीन’ और बेहतर अनुभव

चिड़ियाघर अधिकारियों का मानना है कि इस नए परिदृश्य से—

  • धूल के स्तर में कमी आएगी,
  • वातावरण अधिक स्वच्छ और हरित बनेगा,
  • पर्यटकों को और आकर्षक व शांतिपूर्ण अनुभव मिलेगा,
  • वन्यजीवों के लिए भी बेहतर प्राकृतिक माहौल तैयार होगा।

सर्दियों में बढ़ने वाली भीड़ को देखते हुए यह परिवर्तन चिड़ियाघर की खूबसूरती और सुविधाओं को नई पहचान देगा।

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