
बेंगलुरु/दिल्ली: कर्नाटक की राजनीति में चल रही खींचतान और नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने अपने ‘दोस्ती निभाने’ वाले अंदाज़ से एक बार फिर मिसाल पेश की है।
राजनीतिक बैठकों और सियासी गर्माहट के माहौल के बावजूद डीके शिवकुमार बुधवार को दिल्ली में पूर्व IAS अधिकारी संजीव कुमार के बेटे की शादी में शामिल होने पहुंचे। उनके दिल्ली पहुंचते ही सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई, लेकिन उन्होंने खुद साफ कहा—
“यह दौरा राजनीतिक नहीं, मेरे दोस्त के परिवार का निजी कार्यक्रम है।”
राजनीति से ऊपर दोस्ती—यही हैं डीके शिवकुमार
कर्नाटक में ब्रेकफास्ट मीटिंग और राजनीतिक कयासों के बीच अचानक दिल्ली रवाना होने की खबर ने तापमान बढ़ा दिया था।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से जब पूछा गया क्या वे भी दिल्ली जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा—
“मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला। आएगा तो देखूंगा।”
लेकिन जब दिल्ली से तस्वीरें सामने आईं तो स्थिति साफ हो गई—
डीके शिवकुमार हरियाणा के पूर्व IAS अधिकारी संजीव कुमार के बेटे की शादी में शरीक हुए थे।
तिहाड़ में हुई थी दोस्ती
इस खास उपस्थिति की असली वजह है तिहाड़ जेल में बनी दोस्ती।
- डीके शिवकुमार को 2019 में मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लगभग 50 दिन तिहाड़ जेल में बिताने पड़े थे।
- उसी दौरान उनका परिचय पूर्व IAS अधिकारी संजीव कुमार से हुआ।
- संजीव कुमार हरियाणा के शिक्षक भर्ती घोटाले में सजा काट रहे थे और करीब एक दशक जेल में रहे थे।
- दोनों की कठिन परिस्थितियों में बनी यह दोस्ती आज भी कायम है।
संजीव कुमार के विशेष आग्रह पर, राजनीतिक व्यस्तताओं और कैबिनेट मीटिंग की तैयारियों के बावजूद, डीके शिवकुमार शादी में पहुंचे।
कौन हैं संजीव कुमार?
- हरियाणा कैडर के पूर्व IAS अधिकारी
- शुरुआती दौर में व्हिसलब्लोअर की भूमिका
- बाद में शिक्षक भर्ती घोटाले में दोषी करार
- पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के साथ ही हुए थे सजा
- 2021 में जेल से रिहा
डीके शिवकुमार ने भी तिहाड़ से बाहर आने पर कहा था कि
“मुझे बीजेपी में शामिल न होने की वजह से जेल भेजा गया।”
शादी अटेंड कर वापस लौटे डीके
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए डीके ने साफ कहा—
“मैं अपने दोस्त के बेटे की शादी में शामिल होने आया हूं।”
कार्यक्रम समाप्त होते ही वे बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए ताकि गुरुवार की कैबिनेट बैठक में शामिल हो सकें।