
श्योपुर: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में आज का दिन ऐतिहासिक बनने जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मादा चीता वीरा और उसके दो 10 महीने के शावकों को खुले जंगल में आज़ादी देंगे। यह पहला मौका होगा जब वीरा के शावक बाड़े से निकलकर प्राकृतिक जंगल में कदम रखेंगे।
वन अधिकारियों के अनुसार, वीरा ने एक मजबूत और संवेदनशील मां के रूप में खुद को साबित किया है। उसके शावक भी अब इतने सक्षम हो चुके हैं कि वे खुले क्षेत्र में स्वतंत्र रूप से रह सकें। इन चीतों को परौंद जंगल क्षेत्र में छोड़ा जाएगा, जो पर्यटकों के लिए भी खुला है। इस फैसले से कूनो में पर्यटकों की संख्या बढ़ने और इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
तीन साल पहले मिली थी ऐतिहासिक सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर तीन साल पहले भारत में प्रोजेक्ट चीता की शुरुआत हुई थी।
17 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी ने नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को कूनो में छोड़कर परियोजना का शुभारंभ किया था। आज कूनो पालपुर और गांधी सागर अभयारण्यों में चीतों की कुल संख्या बढ़कर 32 हो चुकी है। यह संख्या वन्यजीव संरक्षण की दिशा में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
पर्यटकों के लिए नया रोमांच
कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन बाड़े में बंद चीतों को चरणबद्ध तरीके से खुले जंगल में छोड़ रहा है, ताकि आने वाले पर्यटकों को प्राकृतिक माहौल में चीतों का दीदार हो सके। वीरा और उसके शावकों को खुले जंगल में देखना पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण साबित होगा।
मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियाँ पूरी
सीएम मोहन यादव के आगमन को लेकर कूनो में तैयारियाँ जोर पकड़ चुकी हैं।
- शिवपुरी जिले की सीमा में स्थित अहेड़ा गेट पर मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर के लिए विशेष हेलीपैड तैयार किया गया है।
- कार्यक्रम के दौरान वन मंत्री विजय शाह, प्रभारी मंत्री और क्षेत्रीय सांसद भी मौजूद रहेंगे।
- कूनो पार्क प्रबंधन, श्योपुर और शिवपुरी जिलों के कलेक्टर व एसपी ने तैयारियों का विस्तृत जायजा लिया है।