
आरएएस भर्ती 2018 में चयनित भाजपा विधायक शंकर सिंह रावत की पुत्री कंचन चौहान का प्रमोशन फिलहाल रोक दिया गया है। वर्तमान में कंचन, भीलवाड़ा के करेड़ा में तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं। सोमवार को तहसीलदार सेवा के कई अधिकारियों को पदोन्नति दी गई, लेकिन कंचन का लिफाफा विभागीय अधिकारियों ने बंद कर दिया।
पदोन्नति रोकने का कारण उनके मेडिकल दस्तावेजों में भिन्नता बताया गया है। एक रिपोर्ट में उन्हें 40 प्रतिशत दिव्यांग और दूसरी में 30 प्रतिशत दिव्यांग दर्शाया गया है। इस भिन्नता के कारण विभागीय अधिकारी उनकी प्रमोशन प्रक्रिया को रोकने पर मजबूर हुए।
कंचन चौहान का चयन दिव्यांग कोटे के तहत हुआ था। उन्होंने स्वयं को श्रवण बाधित बताया और प्रमाणित सर्टिफिकेट भी पेश किया। 40 प्रतिशत दिव्यांग होने के कारण ही उनका आरक्षित वर्ग में चयन सुनिश्चित हुआ। हालांकि, उनके चयन पर पहले भी सवाल उठे थे और शिकायत के बाद मामला एसओजी तक पहुंचा। इसके बाद पुनः मेडिकल जांच करवाई गई, जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है।
इस मामले ने प्रशासन और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, और विभागीय स्तर पर प्रमोशन प्रक्रिया में सख्ती पर ध्यान केंद्रित किया गया है।