
पटना: बिहार में राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा और उनके बेटे दीपक प्रकाश इस समय राजनीति के केंद्र में हैं। हाल ही में बिना चुनाव लड़े ही मंत्री बने दीपक प्रकाश को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। इसी बीच उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक पुरानी सलाह को याद करते हुए सावधानी और तंज के साथ अपना जवाब सोशल मीडिया पर दिया।
नीतीश की ‘मक्खी भगाने’ वाली सलाह
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया कि कभी-कभी बड़ों की कही बातें याद रखना जरूरी होता है। उन्होंने नीतीश कुमार की यह पुरानी सलाह साझा की –
“खाना खाते वक्त मक्खियां भन-भनाएंगी, चिंता मत कीजिए। बाएं हाथ से भगाते रहिए, दाहिने से खाते रहिए।”
इस ट्वीट के जरिए कुशवाहा ने न केवल विपक्ष को इशारों में जवाब दिया, बल्कि अपने बेटे दीपक प्रकाश के मंत्री बनने पर उठ रहे विवाद को लेकर भी मजबूत रुख दिखाया। उनका संदेश साफ था कि वे आलोचनाओं की परवाह नहीं करते और अपने राजनीतिक गठबंधन के प्रति वफादार हैं।
बेटे के बिना चुनाव मंत्री बनने पर उठ रहे सवाल
विपक्ष का कहना है कि दीपक प्रकाश ने कभी चुनाव नहीं लड़ा। पिछली विधानसभा चुनाव 2025 में वे सिर्फ निर्दलीय प्रत्याशी के काउंटिंग एजेंट थे, जबकि उम्मीदवार को मात्र 327 वोट मिले थे। ऐसे अनुभव के बिना मंत्री पद मिलने पर राजनीतिक आलोचनाएं तेज हो गई हैं।
कुशवाहा का जवाब: विपक्ष को चुनौती
इस सियासी माहौल में उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार की याद दिलाई सलाह साझा करके विपक्ष को साफ संदेश दिया कि वे राजनीतिक आलोचनाओं से विचलित नहीं होंगे। इसके साथ ही उन्होंने अपने बेटे और परिवार के राजनीतिक स्थायित्व को भी मजबूती से रेखांकित किया।
निष्कर्ष: बिहार की सियासत में उपेंद्र कुशवाहा का यह कदम न केवल राजनीतिक संदेश बन गया है, बल्कि यह उनके और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच के राजनीतिक सौहार्द को भी दर्शाता है।