
नई दिल्ली: देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2025 में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। साल के अब तक, कंपनी का शेयर 26% से ज्यादा बढ़ चुका है, जिससे मार्केट कैप लगभग 21 लाख करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया। शुक्रवार को बीएसई पर यह शेयर 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर 1,557.95 रुपये पर बंद हुआ।
तेज़ी के पीछे कारण:
- रिफाइनिंग कारोबार: मार्जिन में सुधार और तेल उत्पादों की बढ़ी कीमतें।
- टेलीकॉम: जियो के मोबाइल टैरिफ और होम ब्रॉडबैंड व्यवसाय में वृद्धि।
- रिटेल: मजबूत बिक्री और वैल्यू-एन्हांसमेंट के अवसर।
- न्यू एनर्जी एवं मीडिया: नए प्रोजेक्ट्स और बेहतर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल।
जियो का IPO और भविष्य का ग्रोथ:
- जेफरीज ने रिलायंस जियो के लिए एंटरप्राइज वैल्यू 180 अरब डॉलर तक बढ़ाया।
- अनुमान: 2026-28 में रेवेन्यू और EBITDA में सालाना 18%-21% की वृद्धि।
- ICICI Securities ने ‘BUY’ रेटिंग दी और टारगेट प्राइस 1,735 रुपये रखा।
ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) का कमबैक:
- एशिया में रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार।
- डीजल, जेट फ्यूल और पेट्रोल की बढ़ी कीमतों ने सकारात्मक आउटलुक बनाया।
- UBS ने ‘BUY’ रेटिंग और टारगेट प्राइस 1,820 रुपये सुझाया।
रिटेल कारोबार में संभावनाएं:
- रिटेल व्यवसाय वैल्यू बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि वैल्यू-एन्हांसमेंट उपायों से शेयर में और तेजी संभव है।
निष्कर्ष:
रिलायंस इंडस्ट्रीज के 44 लाख निवेशक इस साल कंपनी के शानदार प्रदर्शन से लाभान्वित हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के विभिन्न कारोबारों की मजबूती और नए प्रोजेक्ट्स के चलते यह शेयर आने वाले महीनों में और ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है।