
लखनऊ, 24 नवंबर। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर किए गए भड़काऊ पोस्ट मामले में लोकगायिका नेहा सिंह राठौर की दिक्कतें लगातार गहराती जा रही हैं। हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने और दो बार नोटिस जारी होने के बावजूद बयान दर्ज न कराने पर अब लखनऊ पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
पुलिस की दो टीमें लगातार तलाश में
हजरतगंज पुलिस के अनुसार, नेहा सिंह राठौर के बयान दर्ज न कराने के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए दो विशेष टीमें गठित की गई हैं। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि टीमें अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं।
पहलगाम हमले के बाद दर्ज हुआ था केस
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय नागरिकों की मौत के बाद नेहा ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से कई विवादित पोस्ट किए थे। इसके आधार पर उनके खिलाफ 27 अप्रैल को हजरतगंज कोतवाली में FIR दर्ज की गई थी।
पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा में इस्तेमाल होने का खुलासा
जांच में सामने आया कि नेहा के विवादित पोस्ट को पाकिस्तान में भारत विरोधी प्रचार के रूप में उपयोग किया गया। पुलिस ने डिजिटल साक्ष्यों को एफएसएल भेजा, जहां रिपोर्ट में पोस्ट और वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि हुई और किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं पाई गई।
बीमारी का हवाला देकर पेश नहीं हुईं
पुलिस ने नेहा के अंबेडकरनगर स्थित गांव में नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने को कहा था। हाईकोर्ट ने भी पेश होने का निर्देश दिया था, लेकिन उन्होंने बीमारी का हवाला देकर उपस्थित होने से इनकार किया। इसके बाद उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई।
कई लोगों ने की शिकायत
नेहा सिंह राठौर के खिलाफ पहली शिकायत कुर्सी रोड स्थित वुडलैंड पैराडाइज अपार्टमेंट निवासी अभय प्रताप सिंह ने दर्ज कराई थी। इसके अलावा रानीगंज, दुर्विजयगंज और दुगांवा के तीन अन्य लोगों की तहरीरों को भी जांच के बाद FIR में शामिल किया गया।
पुलिस का कहना है कि अगले चरण की कार्रवाई परिस्थितियों के आधार पर की जाएगी, जबकि नेहा सिंह राठौर की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।