
संभल, उत्तर प्रदेश: 24 नवंबर 2023 को संभल में हुए बवाल की पहली बरसी पर पुलिस-प्रशासन और मस्जिद इंतजामिया कमेटी पूरी तरह अलर्ट मोड में है। विवादित धार्मिक स्थल के आसपास सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं और शहर के संवेदनशील इलाकों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी के जरिए लगातार निगरानी की जा रही है।
रविवार दोपहर एएसपी (उत्तरी) कुलदीप सिंह ने फोर्स के साथ सत्यवृत चौकी क्षेत्र में पैदल गश्त की और सीसीटीवी कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि आरपीएफ, पीएसी और स्थानीय पुलिस बल की अतिरिक्त टुकड़ियां महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात हैं। हाल ही में जमानत पर रिहा हुए 24 लोगों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को सक्रिय किया गया है ताकि भड़काऊ सामग्री पर तुरंत कार्रवाई हो सके।
इस दौरान मस्जिद इंतजामिया कमेटी के सचिव एडवोकेट मसूद फारूकी और सदर जफर अली ने प्रशासन के साथ इलाके में भ्रमण किया। जफर अली ने हिंदू-मुस्लिम समुदाय से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि संभल हमेशा अमन का संदेश देता आया है और आगे भी कोई असामाजिक तत्व माहौल खराब नहीं कर पाएगा।
गौरतलब है कि बीते वर्ष विवादित ढांचे—हरिहर मंदिर/जामा मस्जिद—के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी। पथराव, आगजनी और गोलीबारी में 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे और चार लोगों की मौत हुई थी। घटना के बाद पुलिस ने कई एफआईआर दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी की थी, जिनमें से लगभग 24 आरोपी जमानत पर बाहर हैं।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बरसी के मद्देनजर किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर में चौकसी बढ़ा दी गई है और हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं।