पटना।
नई सरकार के शपथग्रहण के बाद अब बिहार की सियासत का सबसे बड़ा सवाल यही है—किस मंत्री को कौन-सा विभाग मिलेगा? आधिकारिक घोषणा भले अभी बाकी हो, लेकिन NBT के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक विभागों का खाका शपथ वाले दिन ही लगभग तैयार कर लिया गया है। अब बस अंतिम मुहर लगनी बाकी है।
क्या विभागों का बंटवारा हो चुका है?
सूत्र बताते हैं कि
- किस पार्टी के खाते में कौन-सा विभाग जाएगा, यह लगभग तय है।
- कौन सा विभाग किस मंत्री को मिलेगा, इस पर अंतिम चर्चा जारी है।
बिहार की राजनीति के मौसम वैज्ञानिक जानते हैं—यहां अनुमान अक्सर सच साबित होते हैं।
जदयू के खाते में संभावित विभाग
सीएम नीतीश कुमार के पास हमेशा की तरह ये प्रमुख मंत्रालय रहने तय माने जा रहे हैं:
- गृह विभाग
- सामान्य प्रशासन
जदयू कोटे में जिन विभागों पर लगभग सहमति:
- मंत्रिमंडल सचिवालय
- निगरानी
- निर्वाचन
- जल संसाधन
- संसदीय कार्य
- ऊर्जा
- योजना एवं विकास
- ग्रामीण विकास
- विज्ञान, प्रौद्योगिकी व तकनीकी शिक्षा
- ग्रामीण कार्य
- खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण
- समाज कल्याण
- सूचना एवं जनसंपर्क
- शिक्षा
- भवन निर्माण
- मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन
सूत्रों के अनुसार कुछ विभाग ऐसे भी होंगे जिन्हें वे अपने पास ही रखेंगे, जिनमें शीर्ष निर्णयकारी मंत्रालय शामिल हैं।
बीजेपी को मिल सकते हैं ये मंत्रालय
मजबूत हिस्सेदारी वाली बीजेपी को इन विभागों का जिम्मा दिए जाने की संभावना:
- वित्त एवं वाणिज्य कर
- पथ निर्माण
- सहकारिता
- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन
- स्वास्थ्य
- कृषि
- लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण
- उद्योग
- पर्यटन
- नगर विकास एवं आवास
- विधि
- राजस्व एवं भूमि सुधार
- परिवहन
- अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण
- पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण
- गन्ना
- पंचायती राज
- खेल
- श्रम संसाधन
इन विभागों को लेकर पहले से ही चर्चा है कि सम्राट चौधरी वित्त और विजय कुमार सिन्हा कृषि-खनन के दावेदार हो सकते हैं।
लोजपा (रामविलास), HAM और RLM को संभावित विभाग
लोजपा रामविलास (चिराग पासवान)
- संजय कुमार सिंह – खनन एवं भू-तत्व
- संजय पासवान – पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन
HAM और RLM
- कला, संस्कृति एवं युवा
- सूचना प्रौद्योगिकी
- लघु जल संसाधन
- आपदा प्रबंधन
सूत्रों के अनुसार इन विभागों पर लगभग सहमति बन चुकी है।
कब आएगा अंतिम फैसला?
विभागों की आधिकारिक घोषणा कभी भी हो सकती है, और मुकाबला उस राजनीतिक कौशल का है जिसके लिए नीतीश कुमार जाने जाते हैं।
नई सरकार में कौन कितनी जिम्मेदारी संभालेगा, इस पर पूरा बिहार नजर गड़ाए बैठा है।