
ग्वालियर/चैतन्य सोनी। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ट्रैफिक पुलिस की नियमित हेलमेट चेकिंग ने एक दुर्लभ वन्यजीव तस्करी का भांपा। दीनदयाल नगर इलाके में बाइक सवार दो युवक थैलों में भरकर ले जा रहे 17 जिंदा कछुए सड़क पर फेंककर भाग गए। पुलिस ने थैलों की जांच की तो उसमें ‘भारतीय फ्लैपशेल’ (Flapshell Turtle) प्रजाति के दुर्लभ कछुए पाए गए।
पुलिस और वन विभाग की कार्रवाई
घटना की सूचना तुरंत महाराजपुर थाना पुलिस और वन विभाग को दी गई। मौके पर पहुंची टीम ने सभी कछुओं को सुरक्षित रूप से कब्जे में लेकर ग्वालियर चिड़ियाघर को सौंप दिया। यहां उनकी जांच और देखभाल की जा रही है। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू कर दी है और फरार दोनों युवकों की तलाश जारी है।
दुर्लभ फ्लैपशेल कछुए
एएसपी अनु बेनीवाल ने बताया कि बरामद कछुए अत्यंत दुर्लभ और संरक्षित ‘भारतीय फ्लैपशेल’ प्रजाति के हैं। वन्यजीव तस्करी के बाजार में इनकी कीमत लाखों रुपए बताई जाती है। उन्होंने कहा कि वन्यजीवों की तस्करी एक गंभीर अपराध है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा और जागरूकता की जरूरत
घटना यह दिखाती है कि नियमित पुलिस चेकिंग और सतर्कता ही दुर्लभ और संरक्षित प्रजातियों को तस्करी के हाथों से बचा सकती है। अधिकारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि वन्यजीवों की तस्करी और संरक्षण को लेकर जागरूक रहें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस या वन विभाग को दें।
विशेष: ग्वालियर पुलिस की सतर्कता ने एक बड़ी तस्करी को नाकाम किया, लेकिन यह अलर्ट है कि दुर्लभ वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए लगातार निगरानी और सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।