
गाजियाबाद: गाजियाबाद की सड़कों पर वाहनों की स्पीड लिमिट को लेकर नए नियम लागू किए जा रहे हैं। अब शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में गाड़ियों की अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है, जबकि हाईवे पर यह सीमा 60 किलोमीटर प्रतिघंटा तक सीमित रहेगी।
आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत तकनीकी निगरानी
नगर निगम के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने बताया कि शहरभर में स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाए जा रहे हैं ताकि लोग नियमों से पहले अवगत हों। इसके अलावा, शहर के 17 प्रमुख प्रवेश और निकास द्वारों पर हाई-टेक कैमरे लगाए जा रहे हैं।
41 चौराहों पर विशेष निगरानी
शहर के 41 मुख्य चौराहों और तिराहों पर नए कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे:
- रेड लाइट जंपिंग पकड़ेंगे
- ओवर स्पीडिंग की जांच करेंगे
- ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) और फेस रिकग्निशन से लैस होंगे
स्पीड लिमिट का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर सिस्टम के माध्यम से स्वतः चालान जारी होंगे। अधिकारियों का कहना है कि इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और ट्रैफिक व्यवस्था पहले से अधिक नियंत्रित होगी।
अपराधियों की पहचान और लोकेशन एक क्लिक में
आईटीएमएस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद, शहर में अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी में तेजी आएगी। कैमरे हर वाहन और चेहरे को रिकॉर्ड करेंगे। कंट्रोल रूम के अधिकारी सिर्फ एक क्लिक में किसी वाहन की पिछली मूवमेंट, लोकेशन हिस्ट्री, चौराहों पर उसकी उपस्थिति और डिजिटल फुटप्रिंट देख सकेंगे।
रोडरेज और सड़क अपराधों पर कड़ी रोक
इस सिस्टम से रोडरेज की घटनाओं पर भी सीधी रोक लगेगी। हाई-रिजोल्यूशन कैमरे किसी भी इगड़े, दुर्घटना या भागने की कोशिश को तुरंत रिकॉर्ड करेंगे। आरोपी का नंबर, चेहरा और दिशा सब कुछ तुरंत कंट्रोल रूम में उपलब्ध होगा। रीयल-टाइम ट्रैकिंग से पुलिस कुछ ही मिनटों में आरोपी तक पहुँच सकेगी।
विशेष टिप्पणी: यह नया हाई-टेक आईटीएमएस सिस्टम न केवल ट्रैफिक नियमों के पालन को सुनिश्चित करेगा, बल्कि गाजियाबाद की सड़क सुरक्षा और शहर में अनुशासन में भी महत्वपूर्ण सुधार लाएगा।