
पटना, संवाददाता: बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना हमेशा से उतार-चढ़ाव वाली रही है। 8 नवंबर 2015 को सुबह से ही मतगणना की प्रक्रिया रोमांचक मोड़ पर थी।
सुबह 8 से 10 बजे तक: एनडीए की बढ़त
सुबह 8 बजे मतगणना शुरू हुई। शुरुआती रुझानों में एनडीए 37 सीटों पर आगे दिखा, जबकि महागठबंधन 18 सीटों पर पीछे। सुबह 9 बजे तक एनडीए की बढ़त 52 सीटों पर पहुंच गई। भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल बन गया और कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटनी शुरू कर दी। पटना की मिठाई की दुकानों में मोतीचूर के लड्डू की खासी मांग रही।
10 बजे के बाद स्थिति बदल गई
सुबह 10 बजे के आसपास मतगणना के रुझान बदलने लगे। कई समाचार चैनलों ने अलग-अलग आंकड़े दिखाए। सवा दस बजे तक महागठबंधन 33 सीटों पर आगे आ गया, जबकि जदयू 21 और भाजपा केवल 25 सीटों पर आगे दिखी। भाजपा के जश्न पर ब्रेक लग गया और कार्यकर्ताओं की खुशी चिंतित चेहरे में बदल गई।
11:30 बजे: महागठबंधन में जश्न
करीब साढ़े ग्यारह बजे महागठबंधन 159 सीटों पर आगे दिखने लगा। पार्टी में खुशी और जश्न का माहौल बन गया। इसी दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले नीतीश कुमार और महागठबंधन को जीत की बधाई दी।
12 बजे: भाजपा ने स्वीकारा पराजय
दोपहर 12 बजे के आसपास भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने हार स्वीकार करते हुए नीतीश कुमार और लालू यादव को जीत की बधाई दी।
विशेष टिप्पणी: यह दिन बिहार की सियासत में यादगार रहा, जहां मतगणना के उतार-चढ़ाव और मिठाई के जश्न ने जनता और नेताओं दोनों के चेहरे पर रंग भर दिया।