
अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में करीब 13,928 राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। ये कार्ड उन लाभार्थियों के थे, जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) के तहत अनाज का लाभ ले रहे थे, लेकिन असल में अपात्र थे।
अपात्र पाए गए कार्डधारक
जिला पूर्ति विभाग ने घर-घर जाकर सत्यापन किया, जिसमें यह पाया गया कि इन कार्डधारकों की वार्षिक आय तीन लाख रुपये से अधिक थी या उनके पास पाँच एकड़ से अधिक भूमि थी। इसके बावजूद ये लोग योजना का लाभ उठा रहे थे।
जिले में कुल 70 हजार अंत्योदय कार्ड और 2 लाख 71 हजार पात्र गृहस्थी कार्डधारक हैं, जिनमें कुल 13 लाख 95 हजार यूनिट शामिल हैं। सत्यापन के दौरान 27,831 राशनकार्ड धारकों की सूची विभाग को भेजी गई थी।
कार्रवाई का डर
जिला पूर्ति अधिकारी (DSO) शशिकांत ने बताया कि अब तक 13,928 अपात्र पाए गए हैं और इनके राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। सत्यापन कार्य अभी भी जारी है और जो भी अपात्र पाए जाएंगे, उनके राशन कार्ड भी निरस्त किए जाएंगे।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत, सरकार हर महीने अंत्योदय कार्डधारकों को 35 किलो और पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट 5 किलो राशन निशुल्क उपलब्ध कराती है। विभाग का कहना है कि अपात्र लोगों पर कार्रवाई से योजना का उद्देश्य पूरा होगा और केवल वास्तविक जरूरतमंद परिवार ही इसका लाभ उठा सकेंगे।