
मुजफ्फरपुर की होनहार छात्रा पूजा का जीवन कहानी जैसी बदल गई। पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा में उच्च रैंक लाकर पटना कॉलेज में दाखिला लेने वाली यह मेधावी लड़की, लग्जरी जीवन की चाह में अपराध की दुनिया में उतर गई।
🌆 शहर की चमक और अपराध की ओर पहला कदम
सकरा काशोपुर गांव की पूजा ने पटना पॉलिटेक्निक में दाखिला लिया। शुरूआत में सब ठीक रहा, लेकिन जल्द ही शहरी चमक-दमक और लग्जरी जीवन की चाह ने उसे गलत रास्ते की ओर मोड़ दिया। पैसे की कमी के कारण पूजा ने गाड़ियों को लूटने का अपराध शुरू किया।
🚗 लिफ्ट के बहाने लूट
पूजा सड़क पर खड़ी होती और आने-जाने वाली गाड़ियों से लिफ्ट मांगती। गाड़ी पर बैठकर सुनसान इलाके में जाने का निर्देश देती और वहां पहले से मौजूद अपने साथियों के साथ गाड़ी लूट लेती। लूटे गए वाहन बेचकर वह पैसा कमाने लगी और अपने गैंग का नेटवर्क बनाना शुरू किया।
💰 अपहरण और फिल्मी स्टाइल में फिरौती
जुलाई 2013 में मुजफ्फरपुर के नीरज कुमार का अपहरण किया गया। गुप्त स्थान पर रखा गया नीरज का परिवार 50 हजार रुपये की फिरौती चुका कर उसे छुड़ाने में सफल रहा। इस कांड में पूजा का नाम पहली बार सामने आया।
⚖️ गिरफ्तारी और जेल जीवन
2013 में शिवहर जिले की पुलिस ने पूजा और उसके साथी राजेश को वृंदावन गांव में छापा मारकर गिरफ्तार किया। उसके पास से पिस्तौल, नशे का इंजेक्शन, बैंक खाते और एटीएम कार्ड बरामद हुए। पूजा को शिवहर जेल में रखा गया।
❤️ जेल में प्रेम और विवाह
जेल में पूजा की मुलाकात मुकेश पाठक से हुई, जो पहले ही अपराध की दुनिया में था। दोनों ने एक-दूसरे को पसंद किया और जेल प्रशासन की अनुमति से 14 अक्टूबर 2013 को शिवहर जेल में शादी कर ली। मार्च 2016 में पूजा ने एक पुत्री को जन्म दिया।
🔫 मुकेश का गैंग और अपराध की दुनिया
मुकेश रंगदारी वसूलने और जमीन कब्जा करने के लिए गैंग का संचालन करता था। शूटरों को वेतन, भत्ता और बाइक मुहैया कराई जाती थी। गैंग अत्यंत संगठित और खूंखार बन गया।
⚖️ कानून की पकड़ और जेल से जमानत
शादी और बच्चे के जन्म के बावजूद 2017 में पूजा पर धमकी, रंगदारी और गैंग प्रचार के आरोप लगे। वह गिरफ्तार हुई और कुछ समय पहले ही जमानत पर बाहर आई थी। मुकेश भी 2025 में रंगदारी और जमीन कब्जा के आरोप में फिर गिरफ्तार हुआ।
🎬 जेल-एक प्रेम कहानी की पटकथा
अपने अनुभवों से प्रेरित होकर पूजा ने अब ‘जेल—एक प्रेम कहानी’ की पटकथा लिखी, जो उसकी जीवन की त्रासदी और अपराध की दुनिया की झलक प्रस्तुत करती है।
यह कहानी बताती है कि कैसे एक होनहार छात्रा शहरी चमक-दमक और लालच की दुनिया में अपराध की राह अपना सकती है, और फिर भी अपने अनुभवों को कला और साहित्य में बदल सकती है।