
छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के कुंडीपुरा थाना क्षेत्र में चार वर्षीय बच्ची अंबिका विश्वकर्मा की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। जांच में यह बात सामने आई कि बच्ची को दी गई कोल्ड्रिफ सिरप (Batch No. SR-13) मिलावटी थी और इसे बिना डॉक्टर की पर्ची के मेडिकल स्टोर से बेचा गया। इस गंभीर मामले में आशीर्वाद मेडिकल स्टोर के संचालक अनिल कुमार मिश्रा और फार्मासिस्ट अशोक कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है।
🔹 पुलिस की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने मृतिका के परिजनों के बयान, ड्रग इंस्पेक्टर की रिपोर्ट और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही बीएनएस की अलग-अलग धाराओं के अंतर्गत भी मामला दर्ज किया गया।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि दवा निर्माता श्रीसन फार्मास्युटिकल और एक अन्य फार्मासिस्ट ने मिलावटी दवा का उत्पादन और सप्लाई किया। गिरफ्तार आरोपियों को कड़ी पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा।
🔹 पिछले जहरीले कफ सिरप कांड का संदर्भ
इससे पहले छिंदवाड़ा जिले में जहरीले कफ सिरप के सेवन से 23 बच्चों की मौत हो चुकी थी। उस मामले में डॉ. प्रवीण सोनी का नाम सामने आया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया और मेडिकल स्टोर संचालित करने वाली उनकी पत्नी को भी हिरासत में लिया गया।
🔹 सावधानी का संदेश
जिलावासियों से अपील की गई है कि बिना डॉक्टर की पर्ची दवा न लें और किसी भी तरह की संदिग्ध दवा के सेवन से बचें। प्रशासन ने कहा कि ऐसे मामलों में दवा विक्रेताओं और निर्माताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।