Saturday, December 13

लखनऊ से दिल्ली तक फैला आतंकियों का जाल, राइसिन जैविक हथियार से हजारों लोगों की जान लेने की थी साजिश

लखनऊ/दिल्ली, संवाददाता।
दिल्ली धमाके के बाद देशभर की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। इसी बीच जांच में बड़ा खुलासा हुआ है — आतंकियों का असली निशाना दिल्ली नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ थी। यहां हमला किसी बम या विस्फोटक से नहीं, बल्कि घातक जैविक जहर “राइसिन” (Ricin) के जरिए किया जाना था।

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सूत्रों के अनुसार, गुजरात एटीएस (ATS) द्वारा हाल ही में गिरफ्तार किए गए तीन संदिग्ध आतंकियों ने पूछताछ में यह सनसनीखेज जानकारी दी है। पकड़े गए आतंकियों में दो उत्तर प्रदेश के और एक हैदराबाद का निवासी है। इनकी पहचान डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद (हैदराबाद), मोहम्मद सुहेल सलीम खान (लखीमपुर खीरी) और आज़ाद सुलेमान शेख (शामली) के रूप में हुई है।

🔴 लखनऊ में धार्मिक स्थलों और पर्यटन केंद्रों की रेकी

जांच में खुलासा हुआ कि इन आतंकियों ने लखनऊ, दिल्ली और अहमदाबाद में विस्तृत रेकी (जासूसी सर्वे) की थी। पूछताछ में आरोपी सुहेल ने बताया कि उसने लखनऊ के प्रमुख धार्मिक स्थलों, सांस्कृतिक केंद्रों और भीड़-भाड़ वाले पर्यटन स्थलों को निशाने पर रखा था।
एजेंसियों को संदेह है कि यह पूरा ऑपरेशन किसी विदेशी आतंकी संगठन के इशारे पर चलाया जा रहा था।

🧪 ‘राइसिन’ — बम से भी खतरनाक जैविक हथियार

गुजरात एटीएस ने आरोपियों के पास से दो ग्लॉक पिस्टल, एक बेरेटा पिस्टल, 30 जिंदा कारतूस और चार लीटर कैस्टर ऑयल बरामद किया है। बताया जा रहा है कि इसी कैस्टर ऑयल से ‘राइसिन’ नामक घातक जैविक जहर तैयार किया जा सकता है।
यह जहर इंसान के शरीर में प्रवेश करते ही अत्यंत विषैला प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है और कुछ ही मिनटों में मौत का कारण बन सकता है।

🧠 हमले का मास्टरमाइंड था डॉक्टर!

डॉ. अहमद सैयद ने चीन से मेडिकल एजुकेशन हासिल की थी और उसे इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, वह राइसिन को “साइलेंट वेपन” यानी बिना आवाज और धमाके वाला हथियार बताता था।
राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार मंगवाकर इन्हें उपलब्ध कराए गए थे।

🚨 सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, यूपी में छापेमारी जारी

जांच के बाद यूपी एटीएस ने प्रदेशभर में छापेमारी तेज कर दी है। लखनऊ समेत कई शहरों को संभावित निशाना मानते हुए संवेदनशील इलाकों की सूची तैयार की गई है।
डीजीपी ने राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, जबकि पुलिस और खुफिया एजेंसियां हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रख रही हैं।

इसी बीच, फरीदाबाद से गिरफ्तार लखनऊ निवासी महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद और उनके भाई डॉ. परवेज शाहिद अंसारी से भी पूछताछ की जा रही है। एजेंसियों को शक है कि इनका संबंध भी इसी आतंकी नेटवर्क से हो सकता है।

🌍 पाकिस्तान और ISKP से कनेक्शन के संकेत

सूत्रों के अनुसार, संदिग्धों के मोबाइल और डिजिटल डिवाइस से विदेशी नंबरों और एन्क्रिप्टेड मैसेज मिले हैं, जिनका संबंध इस्लामिक स्टेट खोरासान प्रांत (ISKP) या पाकिस्तान स्थित आतंकी नेटवर्क से हो सकता है।
साइबर फॉरेंसिक टीम अब इन संदेशों की तकनीकी जांच कर रही है।

गुजरात पुलिस के एक अधिकारी ने कहा —

“यह गिरफ्तारी न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए अहम है। हमारा लक्ष्य इस पूरे नेटवर्क को खत्म करना है ताकि कोई भी संभावित हमला रोका जा सके।”
🛑 सारांश:

  • लखनऊ था आतंकियों का असली निशाना
  • राइसिन जहर से जैविक हमला करने की थी साजिश
  • डॉक्टर निकला इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड
  • यूपी, दिल्ली और गुजरात में बढ़ाई गई सुरक्षा
  • पाकिस्तान और ISKP कनेक्शन की जांच जारी

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