
शेयर बाजार में शुक्रवार को मुनाफावसूली और बिकवाली के दबाव ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी। बैंकिंग और आईटी शेयरों में कमजोरी के साथ-साथ वैश्विक संकेतों के असर से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 367.25 अंक टूटकर 85,041.45 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 99.80 अंक गिरकर 26,042.30 के स्तर पर आ गया।
शुरुआत से ही हावी रहे मंदड़िये
कारोबार की शुरुआत से ही बाजार पर बिकवाली का दबाव बना रहा। सेंसेक्स पिछले सत्र के 85,408.70 के मुकाबले कमजोर शुरुआत करते हुए 85,225.28 पर खुला और दिन भर दबाव में रहा। कारोबार के दौरान यह 85,378.51 के ऊपरी स्तर तक पहुंचा, जबकि 84,937.82 के निचले स्तर तक फिसल गया।
ज्यादातर शेयर लाल निशान में
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 24 शेयर नुकसान के साथ बंद हुए, जबकि केवल 6 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
सबसे ज्यादा गिरावट बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, टीसीएस, इटर्नल, सन फार्मा और टेक महिंद्रा में देखने को मिली। इसके उलट टाइटन, एनटीपीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में खरीदारी रही।
बैंकिंग और आईटी ने बाजार को खींचा नीचे
विश्लेषकों के अनुसार घरेलू बाजार में ऊंचे मूल्यांकन, वैश्विक स्तर पर कमजोर संकेत और निवेशकों की सतर्कता के चलते मुनाफावसूली हावी रही। खासकर बैंकिंग और आईटी सेक्टर में आई कमजोरी ने सूचकांकों पर दबाव बढ़ाया, जिससे बाजार दिन के अंत तक संभल नहीं सका।
निवेशकों ने बरती सतर्कता
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा हालात में निवेशक फिलहाल जोखिम लेने से बच रहे हैं और मुनाफा सुरक्षित करने पर जोर दे रहे हैं। यही कारण रहा कि बाजार हरे निशान में लौटने में नाकाम रहा।