
गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में शिक्षा के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। ताजा मामला इंदिरापुरम थाना क्षेत्र का है, जहां डॉक्टर बनने का सपना देख रहे एक युवक से मैनेजमेंट कोटे में मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर 51.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित वसुंधरा निवासी लक्ष्मीकांत पाराशर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके परिचित प्रॉपर्टी डीलर नवीन शर्मा ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन में ऊंची पहुंच होने का दावा किया और उन्हें एक कथित सिंडिकेट से मिलवाया। इसके बाद उनकी मुलाकात संतोष सिंह, अतुल सिंह और शिवकुमार सिंह से कराई गई, जिन्होंने मैनेजमेंट कोटे के जरिए किसी भी बड़े मेडिकल कॉलेज में पक्का दाखिला दिलाने का भरोसा दिलाया।
आरोप है कि झांसे में आकर पीड़ित ने अलग-अलग किस्तों में कुल 51.50 लाख रुपये आरोपियों को दे दिए। इसमें 46.50 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दिए गए। पीड़ित ने बताया कि उसने यह रकम जुटाने के लिए दोस्तों से ऊंचे ब्याज पर कर्ज लिया और घर के जेवर तक बेच दिए।
जब मेडिकल एडमिशन की समय-सीमा समाप्त हो गई और आरोपियों के मोबाइल फोन बंद मिलने लगे, तब पीड़ित को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उसने इंदिरापुरम थाने में शिकायत दर्ज कराई।
एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर नवीन शर्मा सहित चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बैंक ट्रांजैक्शन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) के आधार पर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि मेडिकल एडमिशन या किसी भी तरह के शैक्षणिक दाखिले के नाम पर किए जा रहे प्रलोभनों से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या एजेंट के झांसे में न आएं।