Friday, December 26

हिमालय की छाती पर सड़क, सुरंग और हवाई पट्टियां: भारत तैयार, चीन को देगा जवाब

 

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नई दिल्ली: भारत चीन के साथ संभावित भविष्य के टकराव को देखते हुए अपनी सैन्य तैयारियों को नई ऊँचाई पर ले जा रहा है। इसके तहत हिमालयी क्षेत्र में नई सड़कें, सुरंगें और हवाई पट्टियों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यह कदम 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हुई झड़प के बाद उठाया गया, जिसने भारत की सीमा पर सैनिकों और सामान की पहुंच में कमियों को उजागर किया था।

 

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, चीन पहले ही अपनी सीमाओं पर मजबूत सड़क और रेल नेटवर्क बना चुका है। भारत अब पीछे रहने के प्रभाव को कम करने के लिए लाखों डॉलर की लागत से पहाड़ी इलाकों में आवश्यक बुनियादी ढांचा विकसित कर रहा है।

 

जोखिम और बदलाव की ज़रूरत:

2020 की झड़प में 14,000 फीट की ऊँचाई पर भारतीय और चीनी सैनिक डंडों और कांटेदार तारों से सुसज्जित हथियारों से भिड़ते हुए दिखाई दिए थे। पूर्व मेजर जनरल अमृत पाल सिंह ने कहा कि इस अनुभव ने रणनीति बदलने की जरूरत को स्पष्ट कर दिया। लेफ्टिनेंट जनरल दीपेंद्र सिंह हुड्डा के अनुसार, इन परियोजनाओं का उद्देश्य ऊँचाई वाली सैन्य चौकियों को अलग-थलग पड़ने वाले क्षेत्रों से जोड़ना और भारी बर्फबारी में भी सामान की आवाजाही सुनिश्चित करना है।

 

जोज़िला सुरंग:

सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक जोज़िला सुरंग है। लगभग 11,500 फीट की ऊँचाई पर बनाई जा रही इस 9 मील लंबी सुरंग का काम 2020 की झड़प के तुरंत बाद शुरू हुआ। पूरी होने पर यह लद्दाख में सैनिकों और सामान की पहुंच को कई घंटों तक तेज कर देगी और साल भर चालू रहेगी।

 

सड़कों और हवाई पट्टियों का निर्माण तेज:

गलवान घाटी और पैंगोंग त्सो झील के आसपास की सीमा पर भी सड़कों और इमारतों का निर्माण बढ़ा दिया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, बीजिंग ने हाल ही में झील के दोनों किनारों को जोड़ने वाला पुल तैयार किया, जिससे सैनिकों की आवाजाही पहले से कहीं आसान हो गई है।

 

भारत की सुरक्षा प्राथमिकता:

सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि पहाड़ी इलाकों में बुनियादी ढांचा विकसित करना भारत के लिए अब केवल सुविधा का विषय नहीं, बल्कि रणनीतिक जरूरत बन चुका है। इससे सैनिकों को समय पर तैनात करने और आवश्यक सामान उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी, जो पहले बड़ी चुनौती थी।

 

भारत अब चीन को किसी भी संभावित टकराव में मुंह तोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।

 

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