
बीकानेर: सड़क सुरक्षा के महत्व को लेकर अक्सर लापरवाही देखने को मिलती है, लेकिन बीकानेर के पुलिस कांस्टेबल बस्ती राम ने इस सोच को बदलने का संदेश दिया है। पिछले 8 वर्षों से वे साइकिल चलाते समय भी हेलमेट पहनते हैं, ताकि आम लोगों को हेलमेट के जीवनरक्षक महत्व के प्रति जागरूक किया जा सके।
एक हादसे ने बदल दी जिंदगी
कांस्टेबल बस्ती राम बताते हैं कि वर्ष 2018 में उन्होंने एक युवक को बिना हेलमेट बाइक चलाते देखा। अचानक युवक का संतुलन बिगड़ा और सड़क पर गिरने से सिर में गंभीर चोट लग गई, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस दर्दनाक घटना ने बस्ती राम को झकझोर दिया और उसी दिन उन्होंने ठान लिया कि वे खुद उदाहरण बनकर सड़क सुरक्षा का संदेश देंगे।
रोज़ाना 15 किलोमीटर की साइकिल यात्रा और जागरूकता
CID CB बीकानेर रेंज में चालक के रूप में तैनात बस्ती राम प्रतिदिन करीब 15 किलोमीटर साइकिल से ड्यूटी पर आते-जाते हैं। इस दौरान वे बिना हेलमेट चलने वाले दोपहिया वाहन चालकों को रोकने के बजाय समझाइश देते हैं। उनका कहना है कि कई युवा हेलमेट को बोझ समझते हैं, जबकि यह छोटी सावधानी गंभीर हादसों में जान बचा सकती है।
प्रेरक पहल, समाज के लिए मिसाल
राज्य सरकार के रोड सेफ्टी अभियान (13 से 27 दिसंबर) के बीच कांस्टेबल बस्ती राम की यह पहल लोगों को प्रेरित कर रही है। वे मानते हैं कि कानून से ज्यादा असर व्यवहार से पड़ता है। जब लोग किसी पुलिसकर्मी को साइकिल पर भी हेलमेट पहने देखते हैं, तो वे सोचने पर मजबूर होते हैं। बस्ती राम की यह आदत आज न सिर्फ उनकी सुरक्षा का साधन है, बल्कि पूरे समाज को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की सशक्त मिसाल बन गई है।