Wednesday, December 24

बड़ी खबर: अमेरिका ने H-1B वीजा की लॉटरी प्रणाली खत्म की, सैलरी और स्किल के आधार पर होगा सेलेक्शन

 

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वॉशिंगटन: अमेरिका में विदेशी वर्कर्स के लिए H-1B वर्क वीजा का सेलेक्शन अब लॉटरी सिस्टम के जरिए नहीं होगा। अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी ने इस वीजा प्रक्रिया में बदलाव की घोषणा की है। अब वीजा अधिक सैलरी और हाई स्किल वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता देकर दिया जाएगा। इस फैसले से अमेरिका में नौकरी पाने के इच्छुक भारतीय और अन्य विदेशी वर्कर्स को बड़ा झटका लगा है।

 

H-1B वीजा क्या है?

H-1B वीजा अमेरिका में टेक, हेल्थकेयर, फाइनेंस, एजुकेशन, स्पेस सहित कई क्षेत्रों में काम करने वाले विशेषज्ञ विदेशी कर्मचारियों के लिए जारी किया जाता है। हर साल 65,000 सामान्य H-1B वीजा और 20,000 वीजा अमेरिका में मास्टर्स या उससे ऊपर की डिग्री रखने वालों के लिए रिज़र्व होते थे।

 

नए नियमों के पांच मुख्य बदलाव:

 

  1. लॉटरी सिस्टम का अंत:

पहले वर्कर्स का चयन लॉटरी के जरिए होता था। अब वीजा देने में सैलरी और स्किल लेवल को प्राथमिकता मिलेगी।

 

  1. सैलरी आधारित सेलेक्शन:

H-1B वीजा रजिस्ट्रेशन अब चार सैलरी लेवल के आधार पर किए जाएंगे। लेवल 4 में सबसे अधिक सैलरी पाने वाले वर्कर्स को वीजा मिलने की संभावना अधिक रहेगी।

 

  1. कंपनियों को सैलरी डिटेल देना अनिवार्य:

कंपनियों को वीजा आवेदन के समय वर्कर की सैलरी, SOC कोड और कार्यस्थल की पूरी जानकारी देना होगी। इससे कम सैलरी पर विदेशी वर्कर्स की हायरिंग रोकी जा सकेगी।

 

  1. USCIS को अधिकार:

यदि कोई याचिका या वीजा आवेदन गड़बड़ी पाया जाता है, तो USCIS उसे रद्द कर सकता है और मंजूर वीजा वापस ले सकता है।

 

  1. एंट्री-लेवल व कम सैलरी वाले वर्कर्स को नुकसान:

नए नियमों के तहत कम सैलरी वाले वर्कर्स के लिए H-1B वीजा पाना मुश्किल होगा। इसका उद्देश्य वीजा का दुरुपयोग रोकना और सिर्फ योग्य व उच्च सैलरी वाले वर्कर्स को प्राथमिकता देना है।

 

नए नियम कब लागू होंगे?

यह नियम 29 दिसंबर 2025 को फेडरल रजिस्टर में प्रकाशित होंगे और 27 फरवरी 2026 से लागू होंगे। इसका मतलब है कि अगले साल (FY 2027) के H-1B रजिस्ट्रेशन इसी प्रक्रिया के अनुसार होंगे।

 

सरकार का बयान:

USCIS प्रवक्ता मैथ्यू ट्रैगेसर ने कहा, “नए नियम H-1B वर्क वीजा प्रोग्राम के दुरुपयोग को रोकने और अमेरिकी कंपनियों को अधिक सैलरी और हाई स्किल वाले विदेशी वर्कर्स हायर करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से लाए गए हैं। यह अमेरिकी प्रतिस्पर्धात्मकता को भी मजबूत करेंगे।”

 

निष्कर्ष:

H-1B वीजा में यह बदलाव विदेश में नौकरी की चाह रखने वाले उम्मीदवारों के लिए बड़ा बदलाव है। अब वीजा पाने के लिए सिर्फ नाम नहीं, बल्कि योग्यता, अनुभव और सैलरी की अहमियत बढ़ जाएगी।

 

 

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