
नई दिल्ली।
शेयर बाजार में लार्ज कैप सेगमेंट में निवेश करने वाले ऐसे निवेशक, जो निफ्टी-50 से हटकर बेहतर रिटर्न और संतुलित जोखिम चाहते हैं, उनके लिए निफ्टी नेक्स्ट-50 इंडेक्स फंड एक आकर्षक विकल्प बनकर उभरा है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह इंडेक्स फिलहाल निफ्टी-50 के मुकाबले सस्ता है और इसमें शामिल कंपनियों की कमाई की रफ्तार तेज बनी हुई है।
रिटर्न में निफ्टी-50 से आगे
आंकड़ों पर नजर डालें तो अल्पावधि में निफ्टी नेक्स्ट-50 का प्रदर्शन थोड़ा कमजोर रहा है।
पिछले एक साल में इसमें 2.27% की गिरावट दर्ज की गई
वहीं, निफ्टी-50 ने इसी अवधि में 9.6% का रिटर्न दिया
लेकिन लंबी अवधि में तस्वीर बदल जाती है।
पिछले 3 साल में निफ्टी नेक्स्ट-50 ने 17.1% का रिटर्न दिया
जबकि निफ्टी-50 का रिटर्न 13.4% ही रहा
यानी, मीडियम से लॉन्ग टर्म में निफ्टी नेक्स्ट-50 ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
वैल्यूएशन के लिहाज से भी आकर्षक
वैल्यूएशन के मोर्चे पर भी निफ्टी नेक्स्ट-50 निवेशकों को लुभाता नजर आ रहा है।
इसका मौजूदा PE रेशियो 20.66 है
जो इसके 5 साल के औसत (26.01) से काफी नीचे है
यह निफ्टी-50 के PE 22.64 से भी सस्ता है
यानी, निवेशकों को फिलहाल यह इंडेक्स तुलनात्मक रूप से कम कीमत पर मिल रहा है।
मुनाफे की रफ्तार ज्यादा
कमाई के आंकड़े भी निफ्टी नेक्स्ट-50 के पक्ष में हैं।
पिछले एक साल में निफ्टी-50 की कंपनियों की आय में 5.7% की बढ़ोतरी हुई
जबकि निफ्टी नेक्स्ट-50 की कंपनियों ने 9.7% की ग्रोथ दर्ज की
यह संकेत देता है कि इस इंडेक्स में शामिल कंपनियों की अर्निंग ग्रोथ अधिक मजबूत है।
जोखिम कितना?
रिस्क के मामले में भी निफ्टी नेक्स्ट-50 संतुलित नजर आता है।
इसके टॉप-10 शेयरों की हिस्सेदारी केवल 32% है
जबकि निफ्टी-50 में टॉप-10 शेयरों का वेटेज करीब 55% तक होता है
इसका मतलब है कि निफ्टी नेक्स्ट-50 में किसी एक या कुछ शेयरों का दबदबा कम है और जोखिम बेहतर तरीके से फैला हुआ है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
बाजार विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशक इसमें एकमुश्त निवेश करने के बजाय SIP या चरणबद्ध तरीके से पैसा लगाएं। अगले 2–3 महीनों में धीरे-धीरे निवेश करने से बाजार के उतार-चढ़ाव का असर कम किया जा सकता है।
निष्कर्ष
निफ्टी नेक्स्ट-50 इंडेक्स फंड
बेहतर वैल्यूएशन
मजबूत कमाई ग्रोथ
संतुलित जोखिम
और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न की संभावना के चलते उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो लार्ज कैप सेगमेंट में निफ्टी-50 से आगे की कंपनियों पर दांव लगाना चाहते हैं।