
जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में सर्दियों के मौसम के साथ ही वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। शहर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 150 से ऊपर पहुंच चुका है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का संकेत है।
शहर के अलग-अलग इलाकों में प्रदूषण का स्तर अलग पाया गया। मानसरोवर क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित है, जहां औसत AQI 191 दर्ज किया गया। सीतापुरा रीको एरिया में AQI 165, आदर्श नगर में 158, मुरलीपुरा में 118 और पुलिस आयुक्तालय के पास 112 पाया गया।
AQI के स्तर और स्वास्थ्य पर प्रभाव:
50 तक: अच्छी हवा
51–100: संतोषजनक, कम जोखिम
101–150: स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा
151–200: बहुत हानिकारक, गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव
201–300: खुली हवा में रहना भी खतरनाक
300+: अत्यधिक खतरनाक
विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्तर की हवा सांस लेने वालों के लिए गंभीर स्वास्थ्य खतरों का कारण बन सकती है, खासकर श्वसन और हृदय संबंधी बीमारियों वाले लोग जोखिम में हैं।
ध्वनि प्रदूषण की रियल टाइम मॉनिटरिंग शुरू
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अब प्रदेश के बड़े शहरों में ध्वनि प्रदूषण की भी रियल टाइम मॉनिटरिंग करेगा। जयपुर, कोटा और जोधपुर में कुल 12 स्थानों पर एंबिएंट नॉइज मॉनिटरिंग स्टेशन लगाए जाएंगे। प्रत्येक स्टेशन प्रति सेकंड डेटा एकत्र कर बोर्ड के सर्वर पर भेजेगा। इन स्टेशनों की कुल लागत लगभग 5 करोड़ रुपए है और टेंडर प्रक्रिया जारी है।
शहरवासियों के लिए यह चेतावनी है कि प्रदूषण के इस स्तर में स्वास्थ्य का खास ध्यान रखा जाए और जरूरत पड़े तो मास्क और शुद्ध वायु युक्त स्थानों का उपयोग करें।