
नई दिल्ली: भारत और न्यूजीलैंड ने हाल ही में एक नया मुक्त व्यापार समझौता (FTA) किया है, जिसके तहत न्यूजीलैंड की 95 प्रतिशत वस्तुओं पर टैरिफ में कटौती की गई है। इस समझौते से न्यूजीलैंड के उत्पादों को भारत के 1.4 अरब उपभोक्ताओं तक पहुंचने का बड़ा अवसर मिलेगा।
समझौते के अनुसार, 57 प्रतिशत वस्तुओं पर पहले ही दिन से कोई टैक्स नहीं लगेगा और जैसे-जैसे समझौता लागू होगा, यह बढ़कर 82 प्रतिशत तक पहुँच जाएगा। शेष 13 प्रतिशत वस्तुओं पर भी टैरिफ में भारी कमी होगी।
पिछले 5 वर्षों में भारत की 7 बड़ी डील
भारत ने पिछले पांच वर्षों में मॉरीशस (2021), UAE और ऑस्ट्रेलिया (2022), EFTA TEPA ग्रुप (2024), UK, ओमान और अब न्यूजीलैंड (2025) के साथ व्यापार समझौते किए हैं। इसके अलावा, भारत ने श्रीलंका, भूटान, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, कोरिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, ASEAN और चार यूरोपीय देशों (EFTA) के साथ भी समझौते किए हैं।
ओमान और UK के साथ विशेष लाभ
हाल ही में भारत-ओमान CEPA के तहत भारतीय सामानों पर 98.08% टैक्स मुक्त होंगे। वहीं, भारत-UK CETA के तहत भारत के 99% निर्यात को यूके में शुल्क-मुक्त पहुंच मिलेगी। इससे कपड़ा, चमड़ा, इंजीनियरिंग उत्पाद, रत्न और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा।
FTA से क्या फायदे
FTA के जरिए देश अपने उत्पादों को विदेशी बाजारों में बिना किसी अतिरिक्त ड्यूटी के बेच सकते हैं। यह निवेश को आकर्षित करता है, घरेलू उत्पादन बढ़ाता है और कंपनियों को बेहतर गुणवत्ता वाले कच्चे माल और पूंजीगत सामान आसानी से उपलब्ध कराता है।
यह समझौता भारत के वैश्विक व्यापार विस्तार में एक नई ऊँचाई तय करेगा और अमेरिकी और पाकिस्तानी बाजार की निगाहों से अलग, भारत की वैश्विक स्थिति मजबूत करेगा।