
नई दिल्ली: शहर के छोटे अपार्टमेंट में भी अब आप ताजी सब्जियां और जड़ी-बूटियां उगा सकते हैं। 2025 में गार्डनिंग की दुनिया में बड़े बदलाव आए हैं, जहां पारंपरिक मिट्टी और बड़े गार्डन की जरूरत अब बाधा नहीं रही। आधुनिक तकनीकों जैसे हाइड्रोपोनिक्स, वर्टिकल सेटअप और स्मार्ट इंडोर गार्डनिंग सिस्टम की मदद से रसोई की खिड़की या बालकनी के छोटे से कोने को मिनी फार्म में बदला जा सकता है।
साल 2025 के सबसे क्रिएटिव इंडोर गार्डन सेटअप:
- स्मार्ट एयरो–गार्डन:
मिट्टी की जगह पानी और पोषक तत्वों का उपयोग किया जाता है। इन-बिल्ट LED ग्रो-लाइट्स सूरज की रोशनी की कमी पूरी करती हैं। तुलसी, पुदीना और धनिया जैसी जड़ी-बूटियां आसानी से उगाई जा सकती हैं। - वर्टिकल लिविंग वॉल:
फर्श की जगह बचाने के लिए दीवारों का उपयोग करें। वर्टिकल पॉकेट गार्डन में कई लेयर्स में पालक, मेथी और छोटी टमाटर की वैरायटी उगाई जा सकती हैं। यह घर के तापमान को भी नियंत्रित रखने में मदद करता है। - मैग्नेटिक विंडो हर्व्स:
छोटे मैग्नेटिक प्लांटर्स को खिड़की की ग्रिल या फ्रिज के पास रोशनी वाली जगह पर चिपकाया जाता है। इसमें अजवाइन, ओरेगानो और माइक्रो ग्रीन्स उगाने के लिए आदर्श है। - टावर हाइड्रोपोनिक्स:
वर्टिकल पाइप जैसे स्ट्रक्चर में पानी लगातार ऊपर से नीचे बहता रहता है। मिट्टी का उपयोग नहीं होने के कारण घर में गंदगी नहीं फैलती। एक टावर में 20 से अधिक सब्जियां जैसे सलाद पत्ता, स्ट्रॉबेरी और मिर्च उगाई जा सकती हैं। - फर्नीचर के अंदर छिपे गार्डन:
सेंटर टेबल या बुकशेल्फ के अंदर छोटे ‘ग्रो-बॉक्स’ बनाए जाते हैं। इनमें सेंसर लगे होते हैं, जो मिट्टी की नमी और खाद की जरूरत के बारे में फोन पर अलर्ट भेजते हैं।
इन स्मार्ट गार्डनिंग तकनीकों से न केवल ताजी सब्जियां और जड़ी-बूटियां आसानी से उगाई जा सकती हैं, बल्कि घर की सुंदरता और हेल्दी लाइफस्टाइल भी बढ़ती है।