Tuesday, December 23

भारत-न्यूजीलैंड फ्री ट्रेड डील: फायदे और नुकसान आसान भाषा में

नई दिल्ली: भारत और न्यूजीलैंड ने सोमवार को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत पूरी कर ली। इस समझौते से भारत के सामान को न्यूजीलैंड के बाजार में बिना किसी टैक्स (ड्यूटी-फ्री) के प्रवेश मिलेगा। डील का सबसे ज्यादा फायदा कपड़ा और चमड़ा जैसे श्रम-प्रधान सेक्टर्स को होगा। वहीं, न्यूजीलैंड ने अगले 15 सालों में भारत में 20 अरब डॉलर (लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये) निवेश का भी वादा किया है।

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भारत को क्या फायदा?

  • भारत से आने वाले 100% सामानों पर न्यूजीलैंड जीरो-ड्यूटी एक्सेस देगा।
  • इससे भारतीय कंपनियों को न्यूजीलैंड में अपना कारोबार फैलाने में मदद मिलेगी।
  • डेयरी, मीट, सब्जियां, चीनी, तांबा और एल्युमीनियम जैसे संवेदनशील सेक्टर्स पर कोई छूट नहीं दी जाएगी।

न्यूजीलैंड को क्या फायदा?

  • न्यूजीलैंड से आने वाले भेड़ का मांस, ऊन, कोयला और लकड़ी टैक्स फ्री होंगे।
  • कीवी, वाइन, चेरी, एवोकैडो और शहद पर भारत कुछ छूट देगा।
  • इसका मतलब है कि ये सामान भारत में सस्ते मिलेंगे।

किसानों और व्यापारियों पर असर

  • डेयरी प्रोडक्ट्स (दूध, दही, पनीर) को डील से पूरी तरह बाहर रखा गया है।
  • प्याज, चना, मटर, चीनी और गहनों को भी सुरक्षा दी गई है, ताकि भारतीय व्यापारियों को नुकसान न हो।

छात्रों और प्रोफेशनल्स के लिए अवसर

  • भारतीय छात्रों को न्यूजीलैंड में पढ़ाई के बाद 3 साल तक काम करने का मौका मिलेगा। पीएचडी छात्रों के लिए यह अवधि 4 साल होगी।
  • हर साल 5000 भारतीय प्रोफेशनल्स को टेंपरेरी एम्प्लॉयमेंट वीजा मिलेगा, जिसमें आईटी, इंजीनियरिंग, हेल्थकेयर, आयुष, योग और संगीत शिक्षक शामिल हैं।
  • वर्क एंड हॉलीडे कैटेगरी में सालाना 1000 वीजा भी मिलेंगे।

डील की खास बातें

  • 100% जीरो ड्यूटी भारतीय सामानों पर।
  • 5000 टेंपरेरी वीजा सालाना।
  • छात्रों को पढ़ाई के बाद 3-4 साल काम करने का मौका।
  • 15 साल में न्यूजीलैंड का निवेश: 20 अरब डॉलर।
  • 2024 में दोनों देशों का कुल व्यापार: 2.4 अरब डॉलर।

न्यूजीलैंड को यहां नहीं दी एंट्री

  • डेयरी: दूध, दही, पनीर, क्रीम
  • सब्जियां और अनाज: प्याज, चना, मटर, मक्का, बादाम
  • अन्य: चीनी, शहद, पशु और वनस्पति तेल, फैट
  • इंडस्ट्रियल: हथियार, रत्न, आभूषण, तांबा और एल्युमीनियम

महिला नेतृत्व की उपलब्धि

  • यह भारत की पहली ट्रेड डील है, जिसे पूरी भारतीय टीम महिला अधिकारियों ने नेतृत्व किया।
  • टीम का नेतृत्व जॉइंट सेक्रेटरी पेटल ढिल्लों ने किया।
  • सिर्फ 9 महीने में डील फाइनल करना बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

भविष्य की योजनाएं

  • भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील भी अपने अंतिम चरण में है।
  • फाइव आइज ग्रुप के तीन देशों (ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड) के साथ समझौते फाइनल हो चुके हैं।

इस डील से भारत के एक्सपोर्टर्स को नया रास्ता मिलेगा, छात्रों और प्रोफेशनल्स के लिए अवसर बढ़ेंगे, और दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे।

 

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