
नई दिल्ली: आधुनिक जिंदगी की भागदौड़ में अक्सर समय और मानसिक शांति की भारी कमी रहती है। इसी ‘माइक्रो-स्ट्रेस’ यानी छोटे-छोटे तनावों को दूर करने के उद्देश्य से नितिन श्रीवास्तव ने 2021 में अपना स्टार्टअप ‘पिंच’ शुरू किया। यह गुरुग्राम स्थित लाइफस्टाइल मैनेजमेंट फर्म लोगों के निजी कामों और जिम्मेदारियों को संभालकर उनके जीवन को आसान बनाती है।
ऐसे आया आइडिया:
लखनऊ के रहने वाले नितिन ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से स्टैटिस्टिक्स और नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से MBA किया। वे पहले चायोस और स्टैन्ज़ा लिविंग जैसी कंपनियों में उच्च पदों पर काम कर चुके थे। कोरोना के दौरान अपने माता-पिता के साथ वर्क फ्रॉम होम कर रहे नितिन ने महसूस किया कि करियर की व्यस्तता के कारण छोटे-छोटे काम न कर पाने और अपने परिवार से दूर रहने का तनाव आधुनिक जीवन का एक बड़ा हिस्सा है। इसी अनुभव ने उन्हें पिंच शुरू करने का आइडिया दिया।
‘ह्यूमन-फर्स्ट’ मॉडल:
पिंच की सबसे बड़ी खासियत है इसका ‘ह्यूमन-फर्स्ट’ मॉडल। अन्य कंसीर्ज सेवाओं के विपरीत, जो केवल अमीरों के लिए होती हैं, पिंच हर वर्ग के लोगों के लिए रोजमर्रा की जरूरतों का समाधान देती है। इसके तहत ग्राहक से सीधे जुड़ने वाला ‘लाइफस्टाइल मैनेजर’ घर का स्टाफ मैनेज करने, बिल भुगतान करने, ग्रॉसरी मंगवाने और निवेश रिसर्च करने तक की जिम्मेदारी संभालता है। ईमानदारी और भरोसे को कंपनी की संस्कृति का आधार बनाया गया है।
हर वर्ग के लिए समाधान:
पिंच की सेवाओं को तीन श्रेणियों में बांटा गया है – ‘डेडिकेटेड’ पैकेज, ‘शेयर्ड’ सर्विस और ‘रिमोट लाइफस्टाइल मैनेजमेंट’। इनकी कीमत 8,000 रुपये से शुरू होकर 75,000 रुपये प्रति माह तक है, जिससे यह केवल उच्च वर्ग तक सीमित नहीं रहती।
अब करोड़ों का टर्नओवर:
गुरुग्राम से शुरू हुआ यह स्टार्टअप अब दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु और पुणे तक फैल चुका है। नितिन के पास 67 लोगों की टीम है जो 320 से अधिक ग्राहकों की सेवा कर रही है। वित्त वर्ष 2022-23 में इसका राजस्व 78 लाख रुपये था, 2023-24 में 2.6 करोड़ रुपये और 2024-25 में 4.8 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। नितिन का मानना है कि पिंच केवल काम निपटाने का जरिया नहीं है, बल्कि यह परिवारों को उनका खोया हुआ समय वापस देने का वादा भी करती है।