
नई दिल्ली। अमेरिका में H-1B वीजा पाने वाले भारतीय वर्कर्स के लिए चेतावनी भरी खबर सामने आई है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने स्वीकार किया है कि भारत समेत दुनियाभर के इसके दूतावासों में वीजा अपॉइंटमेंट मिलने में देरी हो रही है। खासकर भारतीय वर्कर्स प्रभावित हैं, क्योंकि अधिकांश H-1B वीजा धारक भारत में ही हैं।
वीजा मिलने में हो रही देरी की वजह
हाल ही में लागू हुए नए सुरक्षा नियमों के तहत वीजा आवेदकों की सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच की जा रही है। इसके कारण वीजा प्रक्रिया में लंबा समय लग रहा है। प्रवक्ता के अनुसार, प्रत्येक आवेदक की कड़ी जांच की जा रही है, जिससे पहले की तुलना में वीजा अपॉइंटमेंट मिलने में अधिक समय लग रहा है। कुछ मामलों में वीजा पाने में 12 महीने तक का इंतजार करना पड़ सकता है।
कंपनियों ने दी चेतावनी
गूगल, एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों ने अपने H-1B कर्मचारियों को विदेश यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। कंपनियों के नोटिफिकेशन में कहा गया है कि जिन कर्मचारियों को अमेरिका लौटने के लिए वीजा स्टैंप की जरूरत है, उनके अपॉइंटमेंट रद्द हो सकते हैं और उन्हें महीनों तक इंतजार करना पड़ सकता है।
सोशल मीडिया जांच और सुरक्षा नियम
अमेरिका में वीजा आवेदकों की सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच की जा रही है। यदि किसी भी आपत्तिजनक सामग्री का पता चलता है, तो वीजा देने से इनकार किया जा सकता है। इमिग्रेशन लॉ फर्मों ने यह भी बताया कि अन्य देशों जैसे आयरलैंड और वियतनाम में भी वीजा अपॉइंटमेंट में देरी की खबरें हैं।
आवेदकों के लिए सलाह
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वीजा आवेदक जल्दी अपॉइंटमेंट के लिए अनुरोध कर सकते हैं, और दूतावासों की क्षमता बदलने पर शेड्यूलिंग में सुधार हो सकता है।
निष्कर्ष:
अमेरिका में H-1B वीजा पाने वाले भारतीय कर्मचारियों को अब अपने विदेश यात्रा के प्लान में सावधानी बरतनी होगी। सोशल मीडिया जांच और नई सुरक्षा प्रक्रियाओं के कारण वीजा मिलने में लंबा समय लग सकता है, इसलिए आवेदकों को पहले से तैयारी और आवेदन के लिए सतर्क रहना जरूरी है।