
देश-विदेश तक पहुँचेगा मां के हाथों का स्वाद : शिला ठाकुर
नई दिल्ली/इंदौर, विशेष संवाददाता।
मां का प्यार, स्वाद और आशीर्वाद अब केवल घर की चारदीवारी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि देश और विदेश तक पहुँचेगा। यह बात मां का मसाला फूड प्राइवेट लिमिटेड की प्रमुख सुश्री शिला ठाकुर ने कही। उन्होंने बताया कि ‘मां का प्यार क्लाउड किचन – मदर इनोवेशन प्रोग्राम’ के माध्यम से देश की घरेलू महिलाओं को आत्मनिर्भरता और सम्मान का नया मंच प्रदान किया जा रहा है।
शिला ठाकुर ने मीडिया को बताया कि ‘मां का मसाला’ केवल एक ब्रांड नहीं, बल्कि मां के प्यार, संस्कार, सम्मान और आशीर्वाद को समर्पित एक सामाजिक नवाचार है। इस अनूठे प्रोजेक्ट की शुरुआत लुनिया विनायक ग्रुप ऑफ कंपनीज़ के अंतर्गत मां का मसाला फूड प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले की गई है।
50 से अधिक वैरायटी में शुद्ध घरेलू स्वाद
उन्होंने बताया कि इस क्लाउड किचन मॉडल के अंतर्गत देशभर की माताओं द्वारा तैयार किया गया घर का शुद्ध, सात्विक और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें
- 50 से अधिक प्रकार के ड्राय स्नैक्स
- ताज़ा घर का बना भोजन
- मां के हाथों से तैयार गरमा-गरम टिफिन
को विशेष गुणवत्ता मानकों के साथ उपभोक्ताओं तक पहुँचाया जाएगा।
यात्रियों और मरीजों तक पहुँचेगा घर का खाना
कार्यक्रम का उद्देश्य रेल और बसों में यात्रा कर रहे यात्रियों तक शुद्ध घरेलू भोजन पहुँचाना है। साथ ही, अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए डॉक्टरों के मार्गदर्शन में तैयार प्रोटीनयुक्त, सात्विक और स्वास्थ्यवर्धक आहार उपलब्ध कराना भी इस योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
‘हेल्दी इंडिया’ की दिशा में कदम
शिला ठाकुर ने बताया कि ‘हेल्दी इंडिया’ अभियान के अंतर्गत ताज़ी सब्ज़ियाँ, फल और प्राकृतिक जूस भी ग्राहकों तक पहुँचाने का संकल्प लिया गया है, जिससे स्वास्थ्य और पोषण को बढ़ावा मिल सके।
1 जनवरी से शुरू होंगे पंजीकरण
उन्होंने बताया कि 1 जनवरी से देशभर की माताओं को क्लाउड किचन से जोड़ने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कंपनी का लक्ष्य वर्ष 2026 के अंत तक 1 लाख से अधिक माताओं को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें उनका अधिकार और सम्मान दिलाना है।
घर से दूर बच्चों को मिलेगा मां के हाथों का स्वाद
इस पहल के माध्यम से देशभर में पढ़ाई या नौकरी के कारण घर से दूर रहने वाले बच्चों को मां के हाथों का शुद्ध और स्वादिष्ट भोजन नियमित रूप से उपलब्ध कराया जाएगा।
शिला ठाकुर ने कहा,
“यह केवल व्यवसाय नहीं, बल्कि माताओं के स्वाभिमान, सम्मान और सशक्तिकरण का अभियान है। मां के हाथों का स्वाद अब हर घर, हर शहर और हर देश तक पहुँचेगा।”
लुनिया का संदेश
“मां का मसाला – मां का प्यार”
“मां का मसाला – मां का प्यार”
यह केवल एक नाम या ब्रांड नहीं, बल्कि मां के संस्कार, स्नेह, त्याग और आशीर्वाद का जीवंत स्वरूप है।लुनिया विनायक ग्रुप ऑफ कंपनीज़ की यह प्रेरक पहल अपनी मूल प्रेरणा शक्ति स्वर्गीय किरणा देवी अशोक लुनिया जी को समर्पित है। उनका स्नेह, उनके संस्कार और उनका आशीर्वाद ही आज इस नवाचार की आत्मा हैं। उन्हीं की प्रेरणा से ‘मां का मसाला – मां का प्यार मदर इनोवेशन प्रोग्राम’ का जन्म हुआ।
यह कार्यक्रम उन माताओं के सम्मान का प्रतीक है,
जो अपने परिवार के लिए जीवन समर्पित कर देती हैं,
जिनके हाथों का स्वाद केवल भोजन नहीं,
बल्कि प्रेम, सुरक्षा और अपनापन होता है।मां का मसाला हर उस मां को समर्पित है—
जो रसोई में खड़े होकर भी सपने देखती है,
जो अपने हाथों के स्वाद से दुनिया को जोड़ सकती है,
और जो आत्मनिर्भर बनकर समाज को नई दिशा दे सकती है।इस कार्यक्रम के माध्यम से माताओं को
- आत्मनिर्भरता,
- सम्मान,
- और स्वाभिमान
का अवसर प्रदान किया जा रहा है।यह संकल्प है कि
मां के हाथों का शुद्ध, सात्विक और प्रेमपूर्ण भोजन
देश ही नहीं, देश-विदेश तक पहुँचे,
और घर से दूर रहने वाले हर बच्चे को
मां के प्यार का स्वाद मिलता रहे।स्वर्गीय किरणा देवी जी का आशीर्वाद
इस पूरे अभियान की शक्ति है,
और उसी आशीर्वाद के साथ
‘मां का मसाला – मां का प्यार’
एक सामाजिक आंदोलन बनकर आगे बढ़ रहा है।यह केवल व्यवसाय नहीं,
यह मां के सम्मान,
उसके संस्कार
और उसके आशीर्वाद का उत्सव है।