
अशोकनगर। मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में शनिवार को प्रशासन ने बड़ी और चर्चित कार्रवाई करते हुए नगर पालिका की निर्दलीय महिला पार्षद शहनाज बानो के फॉर्महाउस के अवैध हिस्से को JCB मशीन से जमींदोज कर दिया। प्रशासन का कहना है कि यह फॉर्महाउस सरकारी सड़क की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाया गया था, जबकि पार्षद पक्ष इस कार्रवाई को एकतरफा और अन्यायपूर्ण बता रहा है।
पिपरई रोड स्थित फॉर्महाउस पर चला प्रशासन का बुलडोजर
यह कार्रवाई पिपरई रोड पर स्थित शहनाज बानो के फॉर्महाउस पर की गई। मौके पर तहसीलदार भारतेंदु यादव, एसडीओपी विवेक शर्मा, पीडब्ल्यूडी और जनपद विभाग के अधिकारी, राजस्व अमला और पुलिस बल भारी संख्या में मौजूद रहा। जांच के दौरान प्रशासन ने पाया कि फॉर्महाउस का एक हिस्सा सरकारी रोड की भूमि में आ रहा है, जिसके बाद दो JCB मशीनों की मदद से अवैध बाउंड्री वॉल, गेट और मकान के हिस्से को तोड़ दिया गया।
पहले ही जारी किया जा चुका था नोटिस
प्रशासन के मुताबिक, इस मामले में पहले ही तहसीलदार न्यायालय द्वारा सूचना पत्र क्रमांक 1257 दिनांक 1 दिसंबर 2025 को जारी किया गया था। महिला पार्षद को 18 दिसंबर 2025 को न्यायालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे। नियमानुसार जवाब और दस्तावेजों की जांच के बाद ही यह कार्रवाई की गई।
पार्षद परिवार ने उठाए प्रशासन पर सवाल
इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। शहनाज बानो और उनके पुत्र राशिद खान चिन्ना, जो स्वयं भी निर्दलीय पार्षद हैं, ने प्रशासन की कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि जब फॉर्महाउस का निर्माण किया गया था, उस समय सड़क से 35 फीट दूरी छोड़ने का नियम था, जबकि उन्होंने 65 फीट दूरी छोड़कर निर्माण किया है। इसके बावजूद अतिक्रमण बताकर तोड़फोड़ की गई।
राशिद खान चिन्ना ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई एकतरफा है। उन्होंने कहा, “अगर इसी पैमाने पर कार्रवाई की जाए तो शहर में शायद ही कोई इमारत बचे, जो अतिक्रमण की श्रेणी में न आए।”
कार्रवाई से बढ़ा सियासी तापमान
महिला पार्षद के फॉर्महाउस पर हुई इस कार्रवाई ने जिले की राजनीति में भी हलचल पैदा कर दी है। एक ओर प्रशासन इसे कानून का पालन बता रहा है, तो दूसरी ओर पार्षद पक्ष इसे राजनीतिक द्वेष और भेदभावपूर्ण कार्रवाई करार दे रहा है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है।