
दमिश्क: अमेरिकी सेना ने सीरिया में ISIS के ठिकानों को निशाना बनाते हुए Operation Hawkeye Strike लॉन्च किया। यह हमला इस महीने की शुरुआत में 2 अमेरिकी सैनिकों और एक इंटरप्रेटर की हत्या के बदले में किया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे “बहुत गंभीर जवाबी कार्रवाई” बताया।
अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य ISIS के लड़ाकों, ठिकानों और हथियारों के ढांचे को नष्ट करना था। हमले में अमेरिकी F-15 ईगर जेट, O-10 थंडरबोल्ड ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट और Ah-64 अपाचे हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया। साथ ही जॉर्डन के F-16 फाइटर और रॉकेट आर्टिलरी भी शामिल थे।
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, मध्य सीरिया के रक्का और दीर एज जोर शहरों के पास 70 ISIS ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई लड़ाके और ISIS का एक बड़ा नेता मारा गया। अमेरिका ने स्पष्ट किया कि यह हमला युद्ध की शुरुआत नहीं, बल्कि बदले की कार्रवाई है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, “जिन आतंकवादियों ने हमारे बहादुर सैनिकों की हत्या की, उन्हें अमेरिका कोई भी मौका नहीं छोड़ेगा। अमेरिका अपने लोगों की सुरक्षा में कभी पीछे नहीं हटेगा।”
विशेषज्ञों का कहना है कि इस हमले से ISIS की क्षमताओं पर बड़ा झटका लगा है और अमेरिका ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वह अपने नागरिकों और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी तरह की कार्रवाई करने को तैयार है।