
भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से औपचारिक मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने नबीन को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के उनके प्रयासों की सराहना की।
सिक्की आर्ट का खास तोहफा
मुलाकात के दौरान नितिन नबीन ने प्रधानमंत्री को बिहार की पारंपरिक और चर्चित सिक्की आर्ट की खूबसूरत पेंटिंग भेंट की। यह उपहार बिहार की सांस्कृतिक विरासत और हस्तकला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रतीक माना जा रहा है।
क्या है सिक्की आर्ट?
सिक्की आर्ट, जिसे ‘सुनहरी घास’ (Golden Grass) के नाम से भी जाना जाता है, बिहार की सदियों पुरानी समृद्ध हस्तकला है। इसे बनाने के लिए बिहार की नदियों और नहरों के किनारे उगने वाली विशेष घास ‘सिक्की’ का उपयोग किया जाता है। ग्रामीण महिलाएं, विशेषकर मिथिला क्षेत्र की, इस घास को छीलकर मुलायम बनाती हैं और ‘टुकुया’ नामक विशेष सुई की मदद से अत्यंत खूबसूरत आकृतियां बुनती हैं।
सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व
मिथिलांचल में सिक्की आर्ट को अत्यंत शुभ माना जाता है। पारंपरिक रूप से इसे विवाह, कार्यक्रम और महत्वपूर्ण मुलाकातों में उपहार के रूप में दिया जाता रहा है। यह कला पूरी तरह से इको-फ्रेंडली है और ग्रामीण महिलाओं के लिए स्वावलंबन और आय का प्रमुख स्रोत बन चुकी है।
आजकल सिक्की आर्ट का उपयोग पेंटिंग के अलावा सजावटी सामान, मोबाइल कवर और देवी-देवताओं की आकृतियों में भी होने लगा है, जिससे यह कला आधुनिक उपयोग और पारंपरिक शिल्प का सुंदर मेल बन रही है।