Friday, December 19

प्रमोटरों ने बेचे ₹1.5 लाख करोड़ के शेयर, शेयर बाजार में बिका रिकॉर्ड

नई दिल्ली: 2025 में प्रमोटरों की शेयर बिकवाली ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस साल अब तक प्रमोटरों ने कुल ₹1.5 लाख करोड़ से ज्यादा के शेयर बेचे हैं। लगातार तीसरे साल यह बिकवाली 1 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंची है। इससे निवेशकों में चिंता के साथ-साथ यह सवाल भी उठ रहा है कि प्रमोटर ऐसा क्यों कर रहे हैं।

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कौन-कौन सी कंपनियों ने की सबसे ज्यादा बिकवाली?
सबसे ज्यादा बिकवाली भारती एयरटेल के प्रमोटरों ने की, जिनके शेयरों की कुल बिक्री ₹44,682 करोड़ रही। इसके बाद इंडिगो एयरलाइन के प्रमोटरों ने ₹14,497 करोड़ के शेयर बेचे। इसके अलावा विशाल मेगामार्ट (₹10,220 करोड़), एडब्ल्यूएल एग्री कमोडिटीज (₹11,064 करोड़) और एमफसिस (₹4,726 करोड़) समेत कई बड़ी कंपनियों के प्रमोटरों ने भी बड़े पैमाने पर शेयर बेचे।

बिकवाली का कारण क्या है?
जेएम फाइनेंशियल के वेंकटेश बालासुब्रमण्यम के अनुसार, इस बढ़ती बिकवाली का मुख्य कारण बाजार में शेयरों के ऊँचे दाम हैं। प्रमोटर अपनी मेहनत का लाभ उठाकर कैश इन कर रहे हैं।

वहीं, प्राइम डेटाबेस ग्रुप के एमडी प्रणव हलदिया का कहना है कि सभी प्रमोटरों की बिकवाली को एक ही नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। प्रमोटर कई कारणों से शेयर बेच सकते हैं – कर्ज चुकाना, अगली पीढ़ी के लिए संपत्ति योजना, दान-पुण्य, नए व्यवसाय में निवेश या निजी खर्च।

कुल मिलाकर:
जून 2025 तक प्राइवेट प्रमोटर्स की हिस्सेदारी घटकर 40.58% रह गई है, जो पिछले आठ सालों में सबसे कम है। यानी कंपनियों में मालिकाना हक में बड़ा बदलाव आया है। ब्लॉक डील और ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के जरिए हुई यह बड़ी बिकवाली बाजार के लिए संकेतक बनकर सामने आई है।

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