
पटना: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक विशेष कार्रवाई में कमलकांत वर्मा उर्फ ‘अंकल जी’ को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अंकल जी का उत्तर भारत में हथियार तस्करी से गहरा कनेक्शन है और वह इस अवैध नेटवर्क का एक प्रमुख सदस्य माना जाता है।
एनआईए की जांच में पता चला है कि अंकल जी हरियाणा से हथियार मंगाकर उत्तर प्रदेश और बिहार सहित पूरे उत्तर भारत में सप्लाई करता था। उसकी गिरफ्तारी पांच राज्यों की पुलिस के लिए बड़ी राहत और सफलता साबित हुई है।
अंकल जी कौन हैं?
गिरफ्तार किए गए कमलकांत वर्मा पटना के निवासी हैं और वह इस मामले में 11वें आरोपी हैं। एनआईए के अनुसार, वह हरियाणा और अन्य जगहों के अवैध बंदूक कारखानों से गोला-बारूद खरीदने और इसे उत्तर प्रदेश में तस्करी करने वाले गिरोह में केंद्रीय भूमिका निभाता था। बाद में ये गोला-बारूद बिहार और देश के अन्य हिस्सों में वितरित किया जाता था।
एनआईए का अभियान और तलाशी अभियान
कमलकांत की गिरफ्तारी से पहले एनआईए ने उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में 23 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में चार अन्य संदिग्धों – रवि रंजन, शशि प्रकाश, विजय कालरा और कुश कालरा – को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद, 1 करोड़ रुपये से अधिक नकदी, डिजिटल उपकरण और फर्जी पहचान पत्र जब्त किए गए।
एनआईए अधिकारियों ने बताया कि इस गिरफ्तारी से उत्तर भारत में हथियार तस्करी की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। एजेंसी का कहना है कि जांच अभी जारी है और गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द ही निशाने पर आ सकते हैं।