
नई दिल्ली: भारतीय सेना ने हाल ही में देश की रक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए दो महत्वपूर्ण युद्धाभ्यास किए। अरुणाचल प्रदेश में अटैक हेलीकॉप्टर के साथ फ्लाइंग प्रैक्टिस और पश्चिमी तट पर नौसेना के साथ संयुक्त जल-थल युद्धाभ्यास ने भारत की सैन्य ताकत और तैयारियों का स्पष्ट संकेत दिया।
🔹 अरुणाचल प्रदेश में अटैक हेलीकॉप्टर का अभ्यास
- अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में भारतीय सेना के अटैक हेलीकॉप्टर ने पैदल सेना के साथ मिलकर गहन उड़ान अभ्यास किया।
- इस अभ्यास ने हेलीकॉप्टर की उच्च मारक क्षमता और हर मौसम में, दिन-रात संचालन करने की क्षमता को प्रदर्शित किया।
- भारतीय सेना ने बताया कि यह अभ्यास देश की हवाई प्रभुत्व की शक्ति का मजबूत प्रदर्शन था।
🔹 पश्चिमी तट पर जल-थल संयुक्त युद्धाभ्यास
- दक्षिणी कमान के सुदर्शन चक्र कोर ने भारतीय नौसेना के साथ मिलकर पश्चिमी तट पर बड़ा संयुक्त अभ्यास किया।
- यह अभ्यास एक्सरसाइज त्रिशूल के तहत तीनों सेनाओं – थल, जल और वायु – के बीच तालमेल बढ़ाने और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया।
- अभ्यास के प्रमुख चरणों में सैनिकों की तैनाती, जहाजों पर चढ़ना और बारीकी से पूर्वाभ्यास शामिल थे।
🔹 सेना की तैयारी और संदेश
- इन युद्धाभ्यासों से भारतीय सेना की हर परिस्थिति में लड़ने की क्षमता, आधुनिक हथियारों का संचालन और संयुक्त संचालन की तैयारी का प्रदर्शन हुआ।
- सेना ने स्पष्ट किया कि इन अभ्यासों का उद्देश्य न केवल सैन्य दक्षता बढ़ाना, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति देशवासियों को भी विश्वास और सशक्त संदेश देना है।