Thursday, December 18

कार डिप्लोमेसी के धुरंधर: पीएम मोदी का वैश्विक कूटनीति में अनोखा अंदाज

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार डिप्लोमेसी’ एक बार फिर चर्चा में है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपने अनोखे कूटनीतिक अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले पीएम मोदी ने हाल ही में जॉर्डन के क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला II और इथियोपियाई प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ कार में यात्रा की। यह पहला अवसर नहीं है जब पीएम मोदी ने किसी वैश्विक नेता के साथ कार में सफर किया हो।

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विश्व के दिग्गज नेताओं के साथ कार यात्रा

पीएम मोदी इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, इज़राइल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ कार में सफर कर चुके हैं। कूटनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस तरह की यात्रा नेताओं के बीच भरोसे और व्यक्तिगत जुड़ाव को दर्शाती है।

जॉर्डन और इथियोपिया में व्यक्तिगत सम्मान

जॉर्डन में क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला II ने पीएम मोदी को अपनी कार में जॉर्डन म्यूजियम तक ले जाकर सम्मानित किया। वहीं, इथियोपियाई प्रधानमंत्री अबी अहमद ने हवाई अड्डे पर स्वयं पीएम मोदी का स्वागत किया और उन्हें होटल तक छोड़ा। ये घटनाक्रम दर्शाते हैं कि पीएम मोदी के साथ अंतरराष्ट्रीय नेता व्यक्तिगत और गर्मजोशी भरे रिश्ते बनाने में विश्वास रखते हैं।

पुतिन और ओबामा के साथ कार यात्रा

हाल ही में एसईओ समिट के दौरान, पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक से पहले उनकी कार में यात्रा की। इसी तरह, 2014 में अमेरिका यात्रा के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पीएम मोदी को अपनी स्ट्रेच लिमोज़ीन में मार्टिन लूथर किंग जूनियर मेमोरियल तक ले गए। इस 10-12 मिनट की यात्रा में दोनों नेताओं ने अहम द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की।

जापान में रोड शो और बुलेट ट्रेन की दोस्ती

पीएम मोदी और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच गहरी दोस्ती रही। 2017 में गुजरात के अहमदाबाद में दोनों नेताओं ने एक मारुति सुजुकी जिप्सी में 8 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। इसके अलावा जापान में पीएम मोदी बुलेट ट्रेन चलाते हुए भी शिंजो आबे के साथ नजर आए।

कूटनीति में कार का जादू

विश्लेषकों के अनुसार, पीएम मोदी की कार डिप्लोमेसी केवल यात्रा का माध्यम नहीं, बल्कि एक सशक्त संदेश है— कि व्यक्तिगत विश्वास, आत्मीयता और खुली बातचीत अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूती देने में अहम भूमिका निभाते हैं। यही वजह है कि विश्व के कई नेता पीएम मोदी के साथ कार में सफर करना पसंद करते हैं।

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