
ढाका।
बांग्लादेश की नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के नेता हसनत अब्दुल्ला ने बुधवार को भारत के खिलाफ तीखी बयानबाजी की और कहा कि ढाका में मौजूद भारतीय उच्चायुक्त को तुरंत देश से निकाल देना चाहिए। हसनत की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक तनाव बढ़ता जा रहा है।
हसनत का विवादित बयान:
कुमिल्ला में एक रैली में हसनत ने कहा, “भारत ने हमारे हाई कमिश्नर को बुलाया और उन्हें फटकार लगाई। बांग्लादेश को न सिर्फ भारतीय हाई कमिश्नर को फटकार लगानी चाहिए, बल्कि शेख हसीना को पनाह देने के लिए उन्हें देश से निकाल देना चाहिए।” हसनत ने इसी सप्ताह भारत के पूर्वोत्तर राज्यों (सेवन सिस्टर्स) को अलग करने की धमकी भी दी थी, जिसे भारत में तीखी आलोचना मिली।
सेवन सिस्टर्स पर धमकी:
हसनत अब्दुल्ला ने पिछले साल शेख हसीना सरकार को गिराने वाले हिंसक आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। इस रैली में उन्होंने कहा कि अगर भारत बांग्लादेश को अस्थिर करता है और अलगाववादियों को शरण देता है, तो बांग्लादेश भी जवाब देगा और पूर्वोत्तर को भारत से अलग करने का समर्थन करेगा।
भारत का रुख:
इस बयान के बाद नई दिल्ली में बांग्लादेश के उच्चायुक्त को तलब किया गया और भारतीय मिशन की सुरक्षा स्थिति पर गहरी चिंता जताई गई। विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह बांग्लादेश की सरकार से उम्मीद करता है कि वह अपने राजनयिक दायित्वों के अनुसार मिशनों और चौकियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
पिछली घटनाएं:
इस महीने ढाका में जुलाई यूनिटी नामक संगठन के तहत प्रदर्शनकारियों ने भारतीय दूतावास की ओर मार्च किया, जिसे पुलिस ने रोक दिया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच सामने संघर्ष भी देखने को मिला।