
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के परंपरागत विधानसभा क्षेत्र भाबानीपुर में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान 44,787 वोटरों के नाम हटने से तृणमूल कांग्रेस (TMC) में हड़कंप मच गया है। SIR के बाद टीएमसी ने अपने कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर वोटर लिस्ट की दोबारा वेरिफिकेशन करने का निर्देश दिया है।
जानकारी के अनुसार, जनवरी 2025 तक भाबानीपुर में कुल 2,06,295 वोटर थे। पिछले विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को 85,263 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी की प्रियंका तिबरेवाल को 26,428 वोट मिले थे। SIR के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में अब केवल 1,61,509 नाम बचे हैं। यानी कुल 44,787 मतदाताओं के नाम हटाए गए, जो विधानसभा क्षेत्र के कुल वोटरों का लगभग 21.7 फीसदी है।
टीएमसी की प्रतिक्रिया
TMC का कहना है कि किसी भी वैध मतदाता का नाम हटाया जाना स्वीकार्य नहीं है। पार्टी ने सभी बूथ लेवल एजेंटों को निर्देश दिया है कि वे घर-घर जाकर नामों की जांच करें और आवश्यकतानुसार आपत्ति दर्ज कराएं। इसके साथ ही ‘मे आई हेल्प यू’ कैंप भी चलाया जाएगा, ताकि लोगों को फॉर्म भरने और सुनवाई में सहायता मिल सके।
भविष्य की रणनीति और मुस्लिम इलाकों की स्थिति
भाबानीपुर विधानसभा में कोलकाता नगर निगम के वॉर्ड 63, 70, 71, 72, 73, 74, 77 और 82 शामिल हैं। खासतौर पर वॉर्ड 70, 72 और 77 में बड़ी संख्या में नाम हटाए गए हैं। वॉर्ड 77 मुस्लिम बहुल इलाका है, जहां के मतदाता TMC के परंपरागत समर्थक माने जाते हैं। टीएमसी का मानना है कि हटाए गए नामों में कई वैध मतदाता शामिल हैं, जिनकी भौतिक सत्यापन अनिवार्य है।
कोलकाता में कुल स्थिति
पश्चिम बंगाल में SIR के बाद 58 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। कोलकाता के चार हाई-प्रोफाइल विधानसभा क्षेत्रों – भाबानीपुर, कोलकाता पोर्ट, बालीगंज और रासबिहारी – में कुल मिलाकर 2.16 लाख से ज़्यादा नाम काटे गए, जो इन इलाकों के कुल वोटरों का लगभग 24 प्रतिशत है।