
मोबाइल यूजर्स के लिए एक बड़ी खबर है। अगले साल यानी 2026 में भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां – रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया – मोबाइल रिचार्ज की कीमतें 16 से 20 प्रतिशत तक बढ़ा सकती हैं। इस बढ़ोतरी का असर प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों तरह के ग्राहकों पर पड़ेगा।
रिचार्ज महंगा होने का कारण
मॉर्गन स्टैनली की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनियां अपने कारोबार को मजबूत करना और 5G नेटवर्क में निवेश बढ़ाना चाहती हैं। इसके लिए सस्ते प्लान हटाए जा रहे हैं और ओटीटी फायदे महंगे प्लान में डालकर ग्राहकों को महंगे प्लान चुनने पर मजबूर किया जा रहा है।
पिछले कुछ सालों में भी रिचार्ज की कीमतें लगातार बढ़ी हैं:
- 2019: 15–50%
- 2021: 20–25%
- 2024: 10–20%
इस साल की तुलना में, अगले साल की बढ़ोतरी इससे भी ज्यादा हो सकती है।
कौनसे कंपनी को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरटेल को सबसे ज्यादा फायदा होगा। पिछले रिचार्ज बढ़ोतरी में एयरटेल की कमाई और मुनाफा सबसे ज्यादा बढ़ा। मॉर्गन स्टैनली के अनुसार, देश में 5G कवरेज अब 90 प्रतिशत तक पहुंच गया है और भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते रोल के कारण ARPU 2032 तक 370–390 रुपये तक पहुंच सकता है।
एयरटेल के वाइस चेयरमैन और एमडी गोपाल विट्टल का कहना है,
“भारत में प्रति ग्राहक कमाई और प्रति जीबी कीमत दुनिया में सबसे कम है। इसलिए कीमतें सुधारने की गुंजाइश है।”
Vi का रुख
वोडाफोन आइडिया (Vi) के सीईओ अभिजीत किशोर ने कहा कि कीमत बढ़ोतरी इस बात पर निर्भर करेगी कि बड़े खिलाड़ी जियो और एयरटेल क्या कदम उठाते हैं। Vi उसी हिसाब से अपनी रणनीति अपनाएगी।
ग्राहकों के लिए चेतावनी
इस बढ़ोतरी का भार सीधा ग्राहकों पर पड़ेगा। अगर आप महंगे प्लान के लिए तैयार नहीं हैं तो अगले साल रिचार्ज करते समय खर्च बढ़ सकता है।