
भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की प्रत्यर्पण अपील पर सुनवाई मंगलवार को अगले साल मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है। नीरव मोदी ने ब्रिटेन के उच्च न्यायालय में अपनी प्रत्यर्पण अपील पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया था।
इस स्थगन का निर्णय भारतीय अधिकारियों द्वारा मुंबई में उसकी हिरासत के संबंध में दिए गए ठोस आश्वासनों के बाद लिया गया। यदि मार्च–अप्रैल 2026 में होने वाली सुनवाई में अपील खारिज हो जाती है, तो नीरव मोदी का भारत प्रत्यर्पण संभव हो सकेगा।
सुनवाई के दौरान क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस ने अदालत को बताया कि प्रत्यर्पण के लिए कानूनी बाधा से जुड़ी ‘गोपनीय प्रक्रिया’ (आश्रय आवेदन) संभवतः अगस्त में समाप्त हो गई थी। इसके तुरंत बाद नीरव मोदी ने प्रत्यर्पण अपील पर पुनर्विचार की याचिका दायर की थी।
नीरव मोदी को उत्तरी लंदन की पेंटोनविल जेल से वीडियो लिंक के जरिए पेश किया गया। कोर्ट ने दो दिवसीय सुनवाई के लिए तारीख मार्च–अप्रैल 2026 तय की है। इस सुनवाई में अपील खारिज होने पर भारत में उसके प्रत्यर्पण का रास्ता साफ़ हो जाएगा।