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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के 2 साल: 5 बड़े फैसले जिन्होंने बदली खेल की दिशा

जयपुर, 15 दिसंबर 2025 – राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 15 दिसंबर 2023 को शपथ ली थी। आज उनके जन्मदिन पर हम उनके दो साल के कार्यकाल के पांच बड़े फैसलों पर नजर डालते हैं, जिन्होंने राज्य में बड़े बदलाव की नींव रखी।

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1. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गृह विभाग की जिम्मेदारी संभालते ही गंभीर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स बनाई। सीनियर आईपीएस दिनेश एमएन को नोडल प्रभारी बनाया गया। इस टास्क फोर्स ने राजस्थान सहित अन्य राज्यों और विदेशों में छिपे गैंगस्टरों की गिरफ्तारी कर ऐतिहासिक काम किया।

2. पेपर लीक मामलों में कड़ा एक्शन
भजनलाल शर्मा ने एसआईटी का गठन कर पेपर लीक मामलों की जांच करवाई। इस टीम ने सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का खुलासा किया और 137 आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही फर्जी डिग्रियों के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया गया।

3. आरपीएससी में सदस्यों की संख्या बढ़ाई
राजस्थान लोकसेवा आयोग में अब सदस्यों की संख्या 7 से बढ़ाकर 10 कर दी गई। इससे भर्तियों में पारदर्शिता बनी रहेगी और भर्ती समय पर पूरी होगी। यह कदम आयोग को और मजबूत बनाता है।

4. किसान सम्मान निधि में 3000 रुपए की बढ़ोतरी
राजस्थान सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में राज्य स्तर से 3000 रुपए अतिरिक्त देने का ऐलान किया। अब किसानों को प्रति वर्ष कुल 9000 रुपए मिलेंगे। प्रदेश के 76 लाख किसान इस योजना का लाभ उठा रहे हैं।

5. ईआरसीपी और यमुना जल समझौता
भजनलाल सरकार ने ईआरसीपी परियोजना को मध्यप्रदेश के साथ मिलकर लागू किया। केंद्र सरकार परियोजना का 90% खर्च करेगी और राजस्थान तथा मध्यप्रदेश केवल 10% देंगे। इसके साथ ही राजस्थान और हरियाणा के बीच यमुना जल को झुंझुनूं जिले तक लाने का समझौता हुआ।

सारांश:
इन कदमों ने राजस्थान की कानून व्यवस्था, शिक्षा प्रणाली, किसान कल्याण और जल प्रबंधन में बड़े बदलाव की नींव रखी। भजनलाल शर्मा का कार्यकाल भले ही दो साल का रहा, लेकिन उनके ये फैसले राज्य के लिए ऐतिहासिक साबित हुए हैं।

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