
कटिहार। सियालदह से गुवाहाटी जा रही कंचनजंघा एक्सप्रेस उस समय हड़कंप का कारण बन गई, जब तकनीकी खराबी के चलते वह कटिहार रेल मंडल के बारसोई–सुधानी रेल पुल के बीच अचानक रुक गई। ऊंचे पुल पर ट्रेन के थमते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन आरपीएफ के एक जांबाज जवान की सूझबूझ और साहस ने संभावित रेल हादसे को टाल दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चलती ट्रेन का पावर पाइप अचानक खुल गया, जिससे ब्रेक सक्रिय हो गए और ट्रेन की रफ्तार थम गई। पुल की ऊंचाई और नीचे गहरी खाई होने के कारण स्थिति बेहद गंभीर हो गई। यात्रियों के बीच भय और आशंका का माहौल बन गया।
इसी दौरान आरपीएफ पोस्ट बारसोई में तैनात सब-इंस्पेक्टर अजीत कुमार ने कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश की। उन्होंने जान जोखिम में डालते हुए ऊंचे रेल पुल पर उतरकर ट्रेन के नीचे जाकर खुले पावर पाइप को ठीक करने का साहसिक फैसला लिया। सीमित समय, ऊंचाई और खतरे के बावजूद उन्होंने बिना किसी हिचक के अपनी जिम्मेदारी निभाई।
काफी मशक्कत और रेलकर्मियों के सहयोग से पावर पाइप को दुरुस्त कर लिया गया। मरम्मत पूरी होते ही कंचनजंघा एक्सप्रेस को सुरक्षित रूप से आगे के लिए रवाना किया गया। सब-इंस्पेक्टर अजीत कुमार की तत्परता और सूझबूझ से न केवल ट्रेन संचालन सामान्य हुआ, बल्कि सैकड़ों यात्रियों की जान भी सुरक्षित रही।
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग आरपीएफ जवान की बहादुरी और समर्पण की खुलकर सराहना कर रहे हैं। यह घटना साबित करती है कि समय पर लिया गया साहसिक निर्णय बड़े हादसों को टाल सकता है और जिम्मेदार अधिकारी किसी भी चुनौती के सामने चट्टान की तरह खड़े रह सकते हैं।